बिहार सरकार ने लुधियाना में एक विशेष बिजनेस रोड शो का आयोजन किया, जो निवेश आकर्षित करने और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के उसके महत्वाकांक्षी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। यह कार्यक्रम बहुप्रतीक्षित बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य टेक्सटाइल, खाद्य प्रसंस्करण और सामान्य निर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बिहार की विशाल संभावनाओं को प्रदर्शित करना है।
यह समिट बिजनेस टू गवर्नमेंट (B2G) दृष्टिकोण के तहत आयोजित की गई, जिसमें उद्योग क्षेत्र के प्रमुख लीडर्स जैसे नाहर ग्रुप के प्रबंध निदेशक श्री कमल ओसवाल, कैंडेक्स फिलामेंट के प्रबंध निदेशक राकेश गोयल इत्यादि ने भाग लिया। बिहार सरकार के उद्योग विभाग ने लुधियाना में इस प्रभावशाली निवेशक समिट की मेजबानी की, जिसमें उद्योग विभाग की सचिव श्रीमती वंदना प्रेयसी और उद्योग निदेशक सहित अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति रही। यह रोड शो निवेश को बढ़ावा देने और बिहार की निवेशक अनुकूल नीतियों को बताने के लिए आयोजित किया गया था।
वहीं, वेशक सम्मेलन (Unlocking Bihar’s Potential: Investor Summit) शीर्षक से आयोजित इस रोड शो का उद्देश्य उभरते अवसरों, इन्फ्रास्ट्रक्बर परियोजनाओं और आकर्षक नीतियों को प्रस्तुत करना था, जो बिहार को निवेशकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बनाते हैं। उद्योग विभाग की सचिव श्रीमती वंदना प्रेयसी ने निवेशकों के साथ बातचीत करके बिहार में निवेश के व्यापक लाभों पर चर्चा की। इसके साथ ही, उद्योग निदेशक और अन्य अधिकारियों ने मेगा फूड पार्क का दौरा भी किया।
इस दौरान उन्होंने देखा कि मेगा फूड पार्क किस प्रकार से स्थानीय किसानों, उद्यमियों और उद्योगों को एक साथ लाकर कृषि-आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित कर रहा है। साथ ही वहां की कार्य इकाइयों और पंजाब सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं का अवलोकन भी किया। पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन द्वारा विकसित यह पार्क खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों के लिए एक प्रमुख केंद्र है, जो प्लॉटेड एरिया, एमएसएमई शेड, और कोर प्रोसेसिंग इंफ्रास्ट्रक्बर जैसी अनेक सुविधाएं प्रदान करता है। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य बिहार में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देना और यह समझना था कि मेगा फूड पार्क के इस मॉडल को राज्य में कैसे सफलतापूर्वक लागू किया जा सकता है।
इस रोड शो में बिहार को औद्योगिक शक्ति में बदलने के लिए सरकार के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला गया, जिसमें इसकी रणनीतिक स्थिति, बेहतर कनेक्टिविटी और विकास समर्थक नीतियों का जिक्र किया गया। दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (DMIC) और अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारा (AKIC) जैसे औद्योगिक गलियारों के विकास के साथ, बिहार पर्याप्त निवेश आकर्षित करने के लिए अच्छी स्थिति में है।इस समिट में प्रमुख विकास क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें टेक्सटाइल, खाद्य प्रसंस्करण और सामान्य निर्माण जैसे उभरते क्षेत्र शामिल हैं। लुधियाना के इस कार्यक्रम ने निवेशकों और उद्योग जगत के नेताओं को बिहार की विविध आर्थिक संभावनाओं के बारे में जानकारी साझा करने का एक मंच प्रदान किया।