संसद का बजट सत्र (Budget Session) आज से शुरू होगा। कल (1 फरवरी) को नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश होगा। इसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव प्रस्तावित है। नई सरकार कार्यभार संभालने के बाद पूर्ण बजट पेश की जाएगी। अंतरिम बजट नई सरकार आने तक सरकारी खर्चों को पूरा करने को पेश होगा। नई सरकार जुलाई में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश करेगी। चुनाव करीब होने के कारण बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। वहीं, बजट सत्र हंगामेदार हो सकता है। विपक्ष कई मुद्दों को लेकर मोदी सरकार को घेर सकती है।
बजट सत्र का अहम मुद्दा
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को विभिन्न पार्टियों के नेताओं की बैठक में बताया कि वित्त मंत्री सीतारमण जम्मू-कश्मीर के लिए भी बजट पेश करेंगी। वहां राष्ट्रपति शासन है। इस संक्षिप्त सत्र का मुख्य मुद्दा राष्ट्रपति का अभिभाषण, अंतरिम बजट की प्रस्तुति, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा एवं उसका जवाब प्रधानमंत्री देंगे।
सर्वदलीय बैठक में उठे ये प्रमुख मुद्दे
बजट सत्र से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक आयोजित की थी। बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. सुरेश ने बताया कि उनकी पार्टी बजट सत्र में बेरोजगारी, महंगाई, कृषि संकट, जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर की स्थिति का मुद्दा उठाएगी। तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि वित्त मंत्री अंतरिम बजट में केंद्रीय योजनाओं के तहत पश्चिम बंगाल के बकाये को शामिल करें।