देश में इलाज और दवाएं (Drug) काफी महंगी हो रही है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार (Central Government) ने आम लोगों को राहत देने का निर्णय लिया है। नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने 69 नए फॉर्मुलेशन के रिटेल दाम (Retail Price) और 31 की सीलिंग प्राइस निर्धारित कर दी है, जिसके बाद कोलेस्ट्रॉल, शुगर, दर्द, बुखार, इन्फेक्शन, अधिक ब्लीडिंग, कैल्शियम, विटामिन डी-3, बच्चों के एंटीबायोटिक्स सहित 100 दवाएं सस्ती होंगी। लोगों का हेल्थकेयर पर खर्च घट जाएगा।
क्या है नया फैसला?
NPPA इंडिया ने 69 नए फॉर्मुलेशन के रिटेल दाम (Retail Price) और 31 की सीलिंग प्राइस तय किया है। इस बारे में नोटिफिकेशन जारी हो गया है। रसायन और उर्वरक मंत्रालय यानी मिनिस्ट्री ऑफ कैमिकल एंड फर्टिलाइजर्स के अंतर्गत डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल्स के एनपीपीए (NPPA) ने ये अधिसूचना जारी की है।
इन बीमारियों की दवाएं होंगी सस्ती
कोलेस्ट्रॉल, शुगर (डायबिटीज) दर्द, बुखार, इन्फेक्शन, अत्यधिक ब्लीडिंग रोकने, कैल्शियम, विटामिन डी3, बच्चों के एंटीबायोटिक्स समेत एंटीवेनम दवाएं भी सस्ती होंगी। एंटीवेनम का इस्तेमाल सांप के काटने का इलाज करने को होता है। एनपीपीए (NPPA) के नए आदेश से 100 दवाओं के सस्ता होने का रास्ता साफ हो गया है। बच्चों की एंटीबायोटिक्स दवाएं सस्ती होने के कारण बाल स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार के फोकस को जाना जा सकता है।
NPPA को समझें
नियंत्रित बल्क दवाओं एवं फार्मूलों की कीमतों को रिवाइज करने और देश में दवाओं की कीमतों और उपलब्धता को लागू करने के लिए एनपीपीए (NPPA) को स्थापित किया गया था। यह केंद्र सरकार का ऑर्गेनाइजेशन है, जो औषधि (मूल्य नियंत्रण) आदेश के तहत बनाया गया था। इसका काम दवा नीति में बदलाव या संशोधन करने के लिए केन्द्र सरकार को सलाह देना और रेगुलेटेड दवाओं की कीमतों पर नजर रखना भी है।