साहिबगंज के पत्थर व्यवसायी मुंगेरी यादव को राजमहल थाने में आर्म्स एक्ट में दर्ज FIR के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उनकी गिरफ्तारी रांची एयरपोर्ट के इलाके से शुक्रवार को की गई थी। इससे पहले कोरोना सहित अन्य जांच के बाद पुलिस ने मुंगेरी यादव को राजमहल व्यवहार न्यायालय में अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी हसीमुद्दीन वारिस की अदालत में प्रस्तुत किया गया।
कड़ी सुरक्षा में है मुंगेरी यादव
मुंगेरी यादव के कोर्ट में पेशी के देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये थे। व्यवहार न्यायालय में पुलिस निरीक्षक राजीव रंजन और अनुमंडलीय अस्पताल में थाना प्रभारी प्रणीत पटेल कमान संभाले थे, काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे। न्यायिक हिरासत में जेल भेजे जाने के पूर्व मुंगेरी यादव का स्वास्थ्य परीक्षण अनुमंडलीय अस्पताल राजमहल में किया गया। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. उदय टुडू के नेतृत्व में चिकित्सकों के तीन सदस्यीय दल ने करीब तीन घंटे तक यादव के स्वास्थ्य जांच की। इस क्रम में ट्रुनेट के माध्यम से कोविड-19 सहित अन्य चिकित्सीय जांच की गई।
जानिए पूरा मामला
प्रकाश चंद्र यादव के खिलाफ बीते 7 मार्च 2022 को राजमहल थाना में आर्म्स एक्ट और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने का मामला दर्ज किया गया था। 15 जनवरी को राजमहल पुलिस को सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध लोग तीन वाहनों में सवार हैं। उनके पास अवैध हथियार होने की आशंका है। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और कैलाश पोटरी के पास वाहनों को रोका गया। फार्च्यूनर से प्रकाश चंद्र यादव, बाढ़ पटना निवासी रणवीर कुमार और पंडारक पटना निवासी विजय यादव उतरे। विजय यादव ने खुद को प्रकाश चंद्र यादव का अंगरक्षक बताया। उसके पास एक नाली की राइफल तथा 80 एमएम का 40 कारतूस मिला।