बेंगलुरु: कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव के सोने की तस्करी वाले मामले में दर्ज एफआईआर में सीबीआई ने ‘आरोपी’ के कॉलम को खाली छोड़ दिया है. आरोपी कॉलम को खाली छोड़ने के बाद राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है. सीबीआई के इस फैसले से एजेंसी को किसी भी व्यक्ति को समन करने की सुविधा मिल जाती है.
राजस्व खुफिया निदेशालय डीआरआई ने सोने की तस्करी के कई मामलों के दस्तावेज एकत्र किए हैं, जो दुबई और भारत के बीच एक संगठित नेटवर्क की ओर इशारा करती हैं. डीआरआई को इस रैकेट में एक सिंडिकेट के शामिल होने का शक है.
बताते चलें, रान्या को बेंगलुरु में 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था. उनके घर पर की गई तलाशी में हुई बरामदगी बड़े पैमाने पर एक नेटवर्क की ओर इशारा करती है, जिसमें विदेशी नागरिक और संभवतः कई बड़े सरकारी अधिकारी शामिल हो सकते हैं. यह मामला सरकारी हलकों में गहरे पैठे भ्रष्टाचार को उजागर कर सकता है, खासकर उन अधिकारियों को जो कथित तौर पर ऐसी अवैध गतिविधियों में मदद कर रहे हैं.