पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान में भारतीय सेना की कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और फिर पाकिस्तान की गोलाबारी से दोनों देशों के बीच संघर्ष बढ़ता ही जा रहा था। तभी 10 मई की शाम क़रीब पांच बजे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अमेरिका की मध्यस्थता में हुई एक लंबी बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल सीजफ़ायर पर सहमति जताई है।” भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की घोषणा होते ही राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गयी है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में तेजस्वी यादव ने पाकिस्तान को आतंकिस्तान बताया है। उन्होंने सेना को धन्यवाद देने के लिए प्रधानमंत्री से संसद का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया है।
समस्त भारत का हो साझा संदेश
तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री जी से आग्रह है कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर पहलगाम की आतंकी घटना से लेकर सीजफायर तक तिथिवार और बिंदुवार जानकारी देते हुए देश को भरोसे में लें, ताकि समस्त भारत के लोग संसद के माध्यम से एक स्वर एक ध्वनि में भारतीय सेना के शौर्य, वीरता और पराक्रम को धन्यवाद देते हुए विभिन्न पहलुओं पर विचार रखें और आतंक की प्रयोगशाला चलाने वाले देश “आंतकिस्तान“ को समस्त भारत वर्ष से एक साझा संदेश जाए”।
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वहीं तेजस्वी यादव की मांग पर जेडीयू ने पलटवार किया। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है। जब सभी लोगों ने प्रधानमंत्री को अधिकृत कर दिया है तो ये सवाल अभी क्यों उठा रहे हैं? नीरज कुमार ने आगे कहा कि सीजफायर उल्लंघन का भारतीय सेना मुहतोड़ जवाब दे रही है। कांग्रेस के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो लोग ये क्यों बोलते अटल जी ने इंदिरा जी को दुर्गा कहा था। इस समय राष्ट्र को एकजुट रहना चाहिए। केंद्र सरकार सक्षम है सरकार सभी बिंदुओं पर देख रही हैं।