हिंदी कवि और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता कुमार विश्वास पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। गौरतलब है कि एक समाचार को दिए साक्षात्कार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कथित रूप से भड़काऊ बयान देने के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग
अपनी याचिका में विश्वास ने कहा है कि उनके खिलाफ प्राथमिकी कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग है और जाहिर तौर पर राजनीति से प्रेरित है। आप के पूर्व नेता ने कहा कि प्राथमिकी और कार्यवाही दुर्भावनापूर्ण है और याचिकाकर्ता के भाषण की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करने का एक प्रयास है। विश्वास ने अपनी याचिका में कहा, जिस तरह से जांच एजेंसी आगे बढ़ रही है, यह स्पष्ट है कि जांच एजेंसी कानून के लिए अज्ञात प्रक्रिया अपनाकर याचिकाकर्ता की स्वतंत्रता को कम करने की कोशिश कर रही है।
खालिस्तान के प्रधानमंत्री बनने का आरोप
बता दें कि पंजाब चुनाव 2022 से पहले कुमार विश्वास ने 2017 में केजरीवाल पर स्वतंत्र खालिस्तान के प्रधानमंत्री बनने का आरोप लगाया था। विश्वास ने केजरीवाल पर 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान अलगाववादी तत्वों से मिलने का भी आरोप लगाया था। जनहित याचिका में आगे कुमार विश्वास ने कहा कि हाल ही में पंजाब चुनाव 2022 के बाद AAP प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई और उसके तुरंत बाद, शिकायतों की एक श्रृंखला के साथ केवल दुर्भावनापूर्ण इरादे से उत्पीड़न करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है।
यह भी पढ़ें : – कुमार विश्वास के घर पहुंची पंजाब पुलिस, कवि ने केजरीवाल पर साधा निशाना