ऋषिकेश : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ऋषिकेश में चारधाम यात्रा पंजीकरण कार्यालय और ट्रांजिट कैंप का दौरा कर आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों का निरीक्षण किया। यह यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने वाली है, जिसमें यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट 30 अप्रैल को, केदारनाथ के 2 मई को और बद्रीनाथ के 4 मई को खुलेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। हमने इसकी समीक्षा के लिए एक बैठक भी आयोजित की थी। हमारा लक्ष्य है कि तीर्थयात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो और उनकी यात्रा सुरक्षित और सुगम हो।”
इस साल चारधाम यात्रा को ‘ग्रीन चारधाम’ के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सिंगल-यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। सभी संबंधित विभागों को कचरा निपटान योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, यात्रा के लिए बायोमेट्रिक पंजीकरण अनिवार्य है, जो 2013 की उत्तराखंड बाढ़ के बाद आपदा प्रबंधन में सुधार के लिए शुरू किया गया था। इस साल ऋषिकेश में 30 और हरिद्वार में 20 पंजीकरण काउंटर स्थापित किए गए हैं।
उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ‘टूरिस्ट केयर उत्तराखंड’ ऐप भी लॉन्च किया है, जिसके जरिए पंजीकरण और उसकी स्थिति की जांच आसानी से की जा सकती है। इस साल अब तक 12 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है, और यात्रा के दौरान उनकी स्वास्थ्य निगरानी के लिए ‘ई-स्वास्थ्य धाम’ पोर्टल की भी व्यवस्था की गई है।
इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कई अधिकारी और सुरक्षा कर्मी भी मौजूद थे। चारधाम यात्रा उत्तराखंड के लिए धार्मिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है, और हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा में हिस्सा लेते हैं।