उदीयमान सूर्य को आज अर्पित अंतिम अर्घ्यदान के साथ ही लोक आस्था व श्रद्धा का चार दिवसीय महापर्व छठ पुरे भक्तिमय व शांतिपूर्ण वातावरण के बीच चतरा जिलें में भी आज हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हो गया। इस मौके पर सूबे के श्रम नियोजन प्रशिक्षण व कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी छठ घाट पहुंचकर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया और राज्य में अमन चैन और खुशहाली के लिए भगवान भास्कर से दुआ मांगी। वहीं चतरा के विभिन्न छठ-घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं द्वारा भी आज प्रातः उदीयमान भगवान् भास्कर को श्रद्धा व नेम -निष्ठा के साथ अपना अंतिम अर्घ्य अर्पित किया गया।
भास्कर को अर्घ्यदान कर अपनी मांगी मन्नतें
श्रद्धा व भक्ति से सराबोर इस महापर्व के मौके पर चतरा अवस्थित मुख्य छठ तालाब, कठोतिया तालाब, पुरैनिया तालाब व हीरू डैम के अलावा सुदूरवर्ती इलाकों के विभिन्न जलाशयों में व्रतिओं ने अपने परिजनों के साथ धन-जन-पुत्र व निरोगी काया सहित कई कामनाओं को लेकर दूध तथा जल से भगवन भास्कर को अर्घ्यदान कर अपनी मन्नतें मांगी। इधर पारंपरिक ढोल–नगाड़े व गाजे–बाजे के साथ छठव्रती रास्ते में मत्था टेकते हुए घाटों पर पहुंचे और उदीयमान सूर्य को आज तालाबों में खड़े होकर अंतिम अर्घ्य अर्पित किया।
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सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा किये गए थे कड़े इंतजाम
वहीं इस मौके पर विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा व्रतियों के सुप पर फल इत्यादि का भी वितरण किया गया। लोक पर्व छठ के इस अवसर पर सुरक्षा के मद्देनजर चतरा जिला पुलिस प्रशासन द्वारा काफी कड़े इंतजाम किये गए थे। वहीं दूसरी ओर इस मौके पर किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इस मौके पर श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि कोविड के कारण पिछले 2 सालों में लोग श्रद्धा पर्व छठ मना नहीं पाए। किंतु इस बार पूरे प्रदेश में लोगों ने धूमधाम के साथ छठ की छटा बिखेरी। उन्होंने प्रदेश के लोगों की तरक्की के लिए ईश्वर से कामना की।