चतरा परिसदन भवन में संचालित राष्ट्रीय जनता दल जिला अध्यक्ष का चुनाव हंगामे का भेंट चढ़ गया। चुनाव पर्यवेक्षक लक्ष्मण यादव द्वारा मतदान के बजाय सहमति बनाकर जिला अध्यक्ष मनोनीत करने के घोषणा के बाद नाराज कार्यकर्ताओं के हंगामे व नारेबाजी के बाद जिलाध्यक्ष का चुनाव स्थगित हो गया। चुनाव पर्यवेक्षक लक्ष्मण यादव पर कार्यकर्ताओं ने मनमानी कर पार्टी तोड़ने का षड्यंत्र रचने का गंभीर आरोप लगाते हुए मौके पर जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता सर्वसम्मति से जिलाध्यक्ष मनोनीत करने के बजाय मतदान कराने की जिद पर अड़े थे। कार्यकर्ताओं के मतदान कराने के जिद के बाद पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया को स्थगित कर मौके से फरार हो गए।
पर्यवेक्षक अपने विशेष को जिलाध्यक्ष नॉमिनेट करने का साजिश रच रहे थे
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव न कराकर पर्यवेक्षक अपने विशेष को जिलाध्यक्ष नॉमिनेट करने का साजिश रच रहे थे। जिसका विरोध करने पर मतदान कराने के बजाय वे विरोध का सामना करने के बजाय दुम दबाकर मौके से भाग गए। कार्यकर्ताओं ने कहा है कि प्रदेश नेतृत्व से लापरवाह व षड्यंत्रकारी पर्यवेक्षक का शिकायत करेंगे। साथ ही ऐसे निकम्मे पर्यवेक्षक को हटाने की मांग भी करेंगे। कार्यकर्ताओं का आरोप जिला अध्यक्ष नॉमिनेट होने से कमजोर व अक्षम नेतृत्व झेलने को कार्यकर्ताओं को मजबूर होना पड़ता है।
चुनाव पर्यवेक्षक के मौके से फरार होने के कारण चुनाव के नई तिथि की घोषणा नहीं हो सकी। कार्यकर्ताओं ने कहा है कि अगर जबरन जिलाध्यक्ष नॉमिनेट कर जिले के कार्यकर्ताओं पर थोपा जाता है तो पार्टी को इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। कार्यकर्ताओं के बल पर खड़ी हुई पार्टी में भिखराव नजर आएगा।