कल यानि 28 अक्टूबर से छठ महापर्व की शुरुआत होने जा रही है। जिसे लेकर पटना के गंगा घाटों पर राज्य सरकार बेहतर विधि-व्यवस्था को तैयारियां की हैं। बीते दिन बुधवार को खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घाटों का निरिक्षण किया था। उन्होंने बेहतर व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश भी दिया है। साथ ही पटना के डीएम ने भी घाटों का जायजा लिया था। जिसके बाद पटना के 17 गंगा घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है। इन घाटों पर जलस्तर काफी ज्यादा है वहीं कई घाटों के किनारे पर दलदल है। जिसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा इसे खतरनाक घाटों की श्रेणी में रखा गया है।
ये 17 घाट है खतरनाक
- नारियल घाट
- जेपी सेतु पूर्वी घाट
- बांस घाट
- कलेक्ट्रेट घाट
- महेंद्रूघाट
- टीएन बनर्जी घाट
- अंटा घाट
- अदालत घाट
- मिश्री घाट
- टेढ़ी घाट
- गड़ेरिया घाट
- नुरूद्दीनगंज घाट
- बरहरवा घाट
- महाराज घाट
- कंटाही घाट
- गुरु गोविंद सिंह कॉलेज घाट
- किला घाट