बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव और केन्द्रीय मंत्री और लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) के बीच ताड़ी बैन को लेकर सहमति बन गई है। जहां तेजस्वी ने ताड़ी को शराबबंदी से बाहर करने की बात की, वहीं चिराग पासवान ने इसे प्राकृतिक पदार्थ करार देते हुए उसके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया है।
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दरअसल, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने 6 मार्च, 2025 को अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में एक शादी समारोह में भाग लिया और मीडिया से बातचीत की। इस दौरान जब उनसे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान पर सवाल पूछा गया कि अगर उनकी सरकार आई तो ताड़ी पर लगे बैन को हटा लिया जाएगा, तो चिराग ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ इस बात का समर्थन करती है।
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चिराग पासवान ने कहा, “हमने हमेशा कहा है कि नीरा और ताड़ी, जो एक प्राकृतिक पदार्थ है, उसे अल्कोहल की श्रेणी में नहीं लाया जा सकता। हमारी पार्टी इस बात का समर्थन करती रही है और गठबंधन में भी हमने इस मुद्दे को उठाया है।” उन्होंने आगे कहा कि अगर ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के समर्थन वाली सरकार बनती है, तो वे उस समुदाय की बातों और सोच का सम्मान करेंगे जो पीढ़ी दर पीढ़ी ताड़ी के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने ताड़ी को शराब की श्रेणी में न लाने की पैरवी करते हुए कहा कि यह प्राकृतिक उत्पाद है और इसे शराब के कानून के तहत प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता।

इससे पहले कल 6 मार्च को पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि अगर उनकी सरकार बनी, तो वे 2016 में लागू किए गए शराबबंदी कानून से ताड़ी को बाहर करेंगे। तेजस्वी ने यह भी कहा कि नीरा और ताड़ी को शराब की श्रेणी में न लाकर, इस प्राकृतिक पदार्थ का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने ताड़ी से जुड़े बड़े समुदाय की भावनाओं और सोच का सम्मान करने की बात कही और यह भी जोड़ा कि यह मुद्दा महागठबंधन में उठाया जा चुका है।