बिहार चुनावी समर में इस बार केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने एनडीए के घोषणापत्र (Chirag Paswan on NDA Manifesto) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह संकल्प पत्र सिर्फ वादों का नहीं, बल्कि आने वाले पांच वर्षों में बिहार को विकसित राज्य बनाने का रोडमैप है।
चिराग पासवान ने कहा कि “एनडीए का विज़न डॉक्यूमेंट बिहार की वास्तविक जरूरतों और संभावनाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। हम सिर्फ घोषणाएं नहीं कर रहे, बल्कि हर वादे के पीछे एक ठोस योजना और रोडमैप है। हमारे संकल्प पत्र में हर जिले में उद्योग स्थापित करने की बात की गई है, ताकि युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिले और बिहार को ‘बेरोजगारी के पलायन’ से मुक्त किया जा सके।”
तेजस्वी यादव का NDA पर तंज.. बिहार के लिए संकल्प पत्र नहीं, सॉरी पत्र लाना चाहिए था
उन्होंने कहा कि यह संकल्प पत्र केवल चुनावी दस्तावेज नहीं, बल्कि “विकसित बिहार” का ब्लूप्रिंट है। चिराग ने दावा किया कि “यह वह रोडमैप है जो बिहार को आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित होगा। आने वाले पांच वर्षों में बिहार न केवल बुनियादी ढांचे के मामले में बल्कि रोजगार और उद्योग के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छुएगा।”
महागठबंधन पर हमला बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि “विपक्ष का काम केवल एनडीए और उसके नेताओं पर व्यक्तिगत प्रहार करना रह गया है। महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव कहते हैं कि वे हर परिवार को सरकारी नौकरी देंगे। लेकिन सवाल यह है कि यह कैसे संभव होगा? उनके पास कोई गणना, कोई योजना नहीं है। केवल ‘हो जाएगा’ कह देने से काम नहीं होता।”
उन्होंने आगे कहा कि “एनडीए की नीति स्पष्ट है — विकास और विश्वास। हमारे पास योजना है, क्रियान्वयन की क्षमता है और बिहार की जनता का विश्वास है। महागठबंधन के आरोप-प्रत्यारोप से जनता ऊब चुकी है। इस बार जनता ने तय कर लिया है कि बिहार को स्थिर और विकासशील सरकार की जरूरत है, और वह सरकार एनडीए ही दे सकती है।”






















