लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को रोकने और भाजपा को सत्ता से उतारने की कोशिश में विपक्षी दलों ने बड़ा गठबंधन तैयार किया है। गठबंधन तो एनडीए ने भी तैयार किया है लेकिन एनडीए के साथी विपक्ष के साथ आपस में भी लड़ रहे हैं। चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच की तनातनी अक्सर सामने आती रहती है। दोनों के बीच तनातनी का मुख्य कारण अभी तक हाजीपुर संसदीय सीट बनी हुई थी। अब इसमें दूसरी सीट जमुई भी जुड़ गई है। हाजीपुर पर चिराग पासवान दावा छोड़ने को तैयार नहीं तो चाचा पारस ने कह दिया कि परेशान किया, जमुई सीट को मुश्किल में डाल देंगे।
हाजीपुर पर चिराग कर रहे दावा
बिहार की हाजीपुर वो लोकसभा सीट है जिसपर रामविलास पासवान सांसद रहे हैं। अभी इस सीट पर पशुपति कुमार पारस सांसद हैं। लेकिन चाचा-भतीजा में मनमुटाव और पार्टी में टूट के बाद अब चिराग पासवान पिता की सीट रही हाजीपुर पर अपना दावा कर रहे हैं। बाद में चिराग ने अपने दावे में बदलाव कर अपनी मां रीना पासवान की एंट्री करा दी। चिराग ने कहा कि उनकी मां इस सीट पर उम्मीदवार हो सकती हैं। उधर, चिराग पासवान के इन दावों से पशुपति कुमार पारस लगातार नाराज हैं।
चिराग की जमुई सीट पर नजर
इधर चिराग ने पारस की सीट पर पहले खुद को और बाद में अपनी मां को दावेदार बताया तो नाराज पारस ने भी बड़ा फैसला किया है। चिराग की जिद पर चाचा पारस ने कह दिया कि अगर चिराग हाजीपुर में अपनी मां को उम्मीदवार बनाएंगे तो जमुई में मैं भी परिवार से बहन या किसी और को उसके खिलाफ उतार दूंगा। हालांकि पशुपति पारस यह भी कह रहे हैं कि चिराग जिद छोड़ कर एनडीए का फैसला मानें।