बिहार की सियासत में बयानबाज़ी का दौर तेज़ होता जा रहा है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Chirag Paswan Attack on Owaisi) द्वारा मुसलमानों से भाजपा को वोट न देने की अपील पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ओवैसी पर आरोप लगाया कि वह धर्म के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। चिराग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने “सबका साथ, सबका विकास” की भावना के साथ काम किया है, जहां किसी भी योजना का लाभ सभी वर्गों को बिना भेदभाव के मिला है।
चिराग पासवान ने ओवैसी के बयान को न केवल गैर-जिम्मेदाराना बताया, बल्कि उसे भारत की एकता और सामाजिक सौहार्द पर हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि, “ओवैसी की सोच समझ लीजिए, वे बिहार में किस विचारधारा के साथ आए हैं। हम लोगों ने हमेशा सबके लिए काम किया है, फिर चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान। हमारे प्रधानमंत्री की योजनाओं का फायदा हर वर्ग के व्यक्ति को मिला है, उसमें कहीं कोई भेदभाव नहीं हुआ।”
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चिराग ने आगे कहा कि अगर ओवैसी मुसलमानों से भाजपा को वोट न देने की अपील कर रहे हैं, तो यह उनकी विभाजनकारी राजनीति का प्रमाण है। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा, “हम तो कहते हैं कि मुसलमान उनसे निकालिए और उनसे पूछिए कि आपने हमारे लिए क्या किया है। वोट देना किसी का अधिकार है, लेकिन धर्म के नाम पर इसे भड़काना पूरी तरह गलत है।”
ओवैसी पर सीधा हमला बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा, “आप हमारे देश को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं? आप स्पष्ट कीजिए। भारत जैसे देश में धर्म की राजनीति से सिर्फ नफरत बढ़ती है, विकास नहीं।” उन्होंने कहा कि राजनीति का केंद्र बिंदु जनता का कल्याण होना चाहिए, न कि धर्म या जाति का इस्तेमाल कर वोट बटोरना।
लोजपा (रामविलास) प्रमुख ने यह भी याद दिलाया कि उनकी पार्टी ने खुद कभी धर्म या समुदाय के आधार पर भेदभाव नहीं किया। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी तो इसका उदाहरण है। हमने मुसलमान मुख्यमंत्री बनाए जाने के मुद्दे पर अपनी पार्टी की कीमत चुकाई है। मैं इससे बड़ा प्रमाण और क्या दे सकता हूं कि हमारी राजनीति समावेश और समानता की रही है।”
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन द्वारा जारी घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब आप सत्ता में नहीं आने वाले हैं और आपके पास अपने वादों को पूरा करने की कोई जिम्मेदारी नहीं है, तो झूठ बोलने में क्या हर्ज है? चिराग पासवान ने कहा कि शुक्र कीजिए कि उन्होंने एक परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी बोली है। अगर ये लोग झूठ बोलने पर जाएं, तो परिवार के सभी लोगों को सरकार नौकरी बोल दें। इस तरह से बिहार के सभी 14 करोड़ लोगों के लिए सरकार नौकरी की घोषणा कर दी जाएगी। बहरहाल, बिहार के लोगों में इतना विवेक और बुद्धि होती है कि वे जानते कौन झूठ बोल रहा है और कौन सच। कोई उनसे पूछे कि इतना राजस्व कहां से आएगा और बिना राजस्व के ये घोषणाएं कैसे पूरी होंगी।






















