बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने चिराग पासवान को विधानसभा चुनाव में उतरने की खुलकर वकालत की है। अरुण भारती ने कहा कि चिराग पासवान ने हमेशा बिहार को अपनी राजनीति का केंद्र माना है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री रहते हुए “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” का नारा दिया, मखाना बोर्ड की स्थापना कराई, और जातीय जनगणना को केंद्र की मंजूरी दिलवाई।

सांसद ने कहा कि बायर-सेलर मीट के माध्यम से बिहार के किसानों को देशभर से सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि चिराग पासवान बिहार के हर वर्ग के नेता हैं, इसलिए जनता चाहती है कि वे जनरल सीट से चुनाव लड़ें। जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में पलायन और अपराध पर सवाल पूछा गया तो अरुण भारती ने कहा कि नीतीश कुमार ने जंगलराज खत्म कर सुशासन दिया, लेकिन अब वक्त है एक युवा शक्ति और पीएम मोदी की ताकत के साथ बिहार को आगे ले जाने का।
सीट शेयरिंग पर उन्होंने कहा कि अभी इस पर बात करना जल्दबाज़ी होगी। गठबंधन के भीतर ही इस पर फैसला लिया जाएगा। सीएम पद की दावेदारी पर अरुण भारती ने सफाई दी कि उनके बयान को गलत समझा गया। उन्होंने कहा कि पद पर बैठने से व्यक्ति नहीं, बल्कि पद की गरिमा बढ़ती है।