बिहार में प्री विधानसभा चुनाव बयानबाजियों ने माहौल गरमा रखा है। एनडीए के नेताओं के लिए अमित शाह का दौरा बूस्टर डोज बनकर उभरा है और एनडीए के नेताओं ने महागठबंधन पर हमले तीखे कर दिए है। अमित शाह के दौरे के बीच ही राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और महागठबंधन पर तंज कसते हुए चिराग पासवान ने सवाल उठाया कि “अगर महागठबंधन इतना ही मजबूत और सहज है, तो उन्होंने अपनी कोई बैठक क्यों नहीं की?” उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “बिहार कांग्रेस प्रभारी के आने के बावजूद महागठबंधन की कोई गंभीर बैठक नहीं हुई।”
उन्होंने आगे कहा कि “गृह मंत्री अमित शाह जब बिहार आए, तो स्वाभाविक था कि एनडीए के सभी घटक दल साथ बैठे। हमने इस बैठक में यह तय किया कि विपक्ष के झूठे वादों की पोल खोली जाए और एनडीए को और मजबूत किया जाए।”
बैठक के बाद लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि यह चुनावी साल बिहार के लिए बेहद अहम है और बैठक में विभिन्न रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने दावा किया कि एनडीए पूरी तरह संगठित और सहज माहौल में काम कर रहा है।
चिराग पासवान ने यह भी याद दिलाया कि हाल ही में दिल्ली में भी भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की मौजूदगी में एनडीए के सांसदों की बैठक हुई थी, जहां बिहार में चुनावी समीकरणों पर विस्तार से चर्चा हुई थी।
एनडीए की चुनावी रणनीति पर बोलते हुए चिराग पासवान ने बताया कि गठबंधन के सभी प्रदेश अध्यक्ष पूरे राज्य में संयुक्त रूप से यात्रा करेंगे, ताकि यह स्पष्ट संदेश जाए कि एनडीए पूरी तरह संगठित और मजबूत है। उन्होंने कहा कि “समय-समय पर होने वाली बैठकों से नए सुझाव और नई रणनीतियां निकलती हैं, जो चुनावी मैदान में हमारी स्थिति को और सशक्त करेंगी।”
“225 से ज्यादा सीटें जीतेंगे” – चिराग पासवान का दावा
भाजपा और केंद्र सरकार के शीर्ष नेतृत्व की सक्रियता को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बिहार को प्राथमिकता दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार अपने लोकसभा चुनावों के दौरान किए गए वादों को पूरा कर रही है, जिससे जनता में सकारात्मक माहौल बना है। उन्होंने आत्मविश्वास से दावा किया कि “एनडीए बिहार में 225 से ज्यादा सीटें जीतकर फिर से सरकार बनाएगा।”