बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमाने वाली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 16 फरवरी, रविवार को दिल्ली रवाना हो रहे हैं, जहां उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान वह हालिया केंद्रीय बजट में बिहार को मिली सौगातों के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद करेंगे। लेकिन क्या यह मुलाकात केवल आभार व्यक्त करने तक सीमित रहेगी, या इसके पीछे कोई बड़ा राजनीतिक संदेश छिपा है? इस दौरे के कारण नीतीश कुमार को अपनी 17 फरवरी की प्रगति यात्रा स्थगित कर दी है।
यह भी पढ़ें : लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण के खिलाफ बनेगा कानून! सपा नेता भड़के
दरअसल, केंद्रीय बजट 2023-24 में बिहार के लिए कई बड़े ऐलान हुए हैं, जिससे राज्य को विकास की नई राह मिलने की उम्मीद है। विपक्ष ने इसे “बिहार का बजट” तक कह दिया। आम बजट में बिहार को मिली ये सौगातें
- मखाना बोर्ड की स्थापना: बिहार के प्रसिद्ध मखाना उद्योग को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी।
- पश्चिमी कोसी नहर परियोजना: किसानों के लिए बड़ी राहत, सिंचाई व्यवस्था में सुधार।
- बिहटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट: बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा सुधार।
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी: कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को मजबूती।
इन घोषणाओं से साफ है कि बिहार को केंद्र सरकार का खास फोकस मिला है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह विकास योजनाएं महज एक रणनीतिक कदम हैं, या इसके पीछे कोई राजनीतिक गणित भी छिपा है?
दिल्ली में मोदी-नीतीश मुलाकात – सियासी मायनों की तलाश
बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी की इस मुलाकात में केवल बजट का मुद्दा नहीं होगा, बल्कि कई अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक और प्रशासनिक विषयों पर भी चर्चा हो सकती है। नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा ऐसे समय हो रहा है जब बिहार की राजनीति लगातार करवटें बदल रही है।
24 फरवरी को भागलपुर में पीएम मोदी की बड़ी घोषणा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को बिहार के भागलपुर जिले का दौरा करेंगे, जहां वह ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ की 19वीं किस्त जारी करेंगे। इस योजना के तहत किसानों के खाते में 2000 रुपये की राशि ट्रांसफर की जाएगी। इसके अलावा, मोदी भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों के लिए कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी कर सकते हैं। यह दौरा बिहार में आगामी चुनावों की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
बिहार में एनडीए की चुनावी तैयारी तेज़!
पीएम मोदी के इस दौरे को सफल बनाने के लिए एनडीए ने कमर कस ली है। सभी घटक दलों को आयोजन में सक्रिय भागीदारी के लिए कहा गया है। यह दौरा बिहार की राजनीति के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है, खासकर 2024 लोकसभा और 2025 विधानसभा चुनावों को देखते हुए।






















