पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गांधी मैदान, पी०एम०सी०एच० और पटना विश्वविद्यालय के समीप पटना मेट्रो रेल परियोजना अन्तर्गत निर्माणाधीन कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने पटना मेट्रो रेल परियोजना की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा राजेंद्र नगर, मोइनुलहक स्टेडियम, मलाही पकड़ी, खेमनीचक, पहाड़ी पर, जीरो माइल मेट्रो स्टेशन और आई०एस०बी०टी० मेट्रो स्टेशन के निर्माण कार्यों की प्रगति के संबंध में भी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कार्ययोजना के अनुरूप पटना मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करायें। मेट्रो का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने से लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी, उन्हें भीड़भाड़ से छुटकारा मिलेगा।

ज्ञातव्य है कि पटना मेट्रो रेल परियोजना की स्वीकृति 27 फरवरी 2019 को दी गयी। इस परियोजना के अंतर्गत कुल 31.9 कि०मी० मेट्रो रेललाईन का निर्माण होना है, जिसमें कुल 24 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इस परियोजना का क्रियान्वयन दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के द्वारा किया जा रहा है, जिसका पर्यवेक्षण नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार सरकार के द्वारा किया जा रहा है।

भूमिगत मेट्रो लाईन के निर्माण हेतु 21 नवंबर 2023 को गांधी मैदान स्टेशन से टी०बी०एम० (टनल बोरिंग मशीन) के द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया जो आकाशवाणी भूमिगत स्टेशन होते हुए पटना स्टेशन तक पहुंच चुकी है। मलाही पकड़ी से खेमनीचक, भूतनाथ रोड, जीरोमाईल, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक पटना मेट्रो लाईन (कुल 6.01 कि०मी०) को प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लाईन को 15 अगस्त 2025 तक चालू करने का लक्ष्य निर्धारित है।
बिहार चुनाव से पहले JDU को बड़ा झटका, पार्टी महासचिव समर्थकों संग RJD में शामिल
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पटना के जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार सहित पटना मेट्रो रेल परियोजना के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।