बिहार विधान परिषद में उस वक्त दिलचस्प नजारा देखने को मिला जब अश्लील गानों पर रोक लगाने का श्रेय लेने की होड़ मच गई। सरकार ने फूहड़ और अश्लील गानों पर कड़ी कार्रवाई की घोषणा की, लेकिन इसका श्रेय लेने के लिए सत्ता और विपक्ष के सदस्य आपस में भिड़ गए।
जब सदन में गूंज उठा— ‘पहले मैंने उठाया था मुद्दा!’
दरअसल, विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान बीजेपी एमएलसी संजय मयूख ने सदन में यह बात उठाई कि पिछले कई वर्षों से वह और जदयू एमएलसी नीरज कुमार इस मुद्दे को उठा रहे थे। बाद में बंशीधर वृजवासी ने भी इस पर आवाज बुलंद की। उन्होंने बताया कि सरकार ने अब यह निर्णय लिया है कि फूहड़ और अश्लील गाने बजाने वालों को दंडित किया जाएगा।
लेकिन, जैसे ही संजय मयूख ने यह बात रखी, राजद एमएलसी सुनील कुमार तुरंत खड़े हो गए और कहने लगे—
“यह मुद्दा सबसे पहले हमने उठाया था! हमने ही सदन में सवाल किया था कि बिहार में अश्लील गानों की बाढ़ क्यों है?”
यह सुनकर सदन का माहौल गर्म हो गया और सत्ता तथा विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। सभापति ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि इस मुद्दे पर कार्रवाई हो चुकी है, इसलिए सरकार को धन्यवाद देना चाहिए।
क्या सच में खत्म होंगे फूहड़ गाने?
बिहार सरकार ने हाल ही में यह आदेश दिया है कि फिल्मों, शादी-ब्याह और अन्य आयोजनों में अगर अश्लील गाने बजाए गए तो संबंधित व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस को भी इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।