बिहार कांग्रेस ने कांग्रेस ने सामाजिक न्याय के मुद्दे पर मौजूदा बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला है। पटना स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित ‘सामाजिक न्याय सम्मेलन’ में पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि जातिगत जनगणना के बाद भी पिछड़े और वंचित वर्गों को उनका अधिकार नहीं दिया गया है। इस सम्मेलन को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की बड़ी रणनीतिक चाल के रूप में देखा जा रहा है।

पटना में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आज सामाजिक न्याय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और सामाजिक प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने मंच से वर्तमान एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस नेता कुंदन कुमार ने कहा कि बिहार में जातिगत गणना के बाद उम्मीद थी कि सभी जातियों को उनकी संख्या के हिसाब से भागीदारी मिलेगी, लेकिन हकीकत ये है कि आज भी सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों को हाशिए पर रखा जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है और मुख्यमंत्री अपराध को नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल साबित हुए हैं।
सम्मेलन में यह सवाल उठाया गया कि जब जातिगत गणना हो चुकी है, तो फिर सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक प्रतिनिधित्व में पिछड़े वर्गों को समुचित हिस्सेदारी क्यों नहीं दी गई? कांग्रेस का आरोप है कि वर्तमान सरकार सिर्फ आंकड़े दिखाकर पिछड़े वर्गों को गुमराह कर रही है। सम्मेलन में “हक चाहिए, आंकड़े नहीं” जैसे नारों के जरिए कार्यकर्ताओं ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।