नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रभावशीलता पर सवाल उठाते हुए इसके परिणामों के सबूत माँगे हैं। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
अल्वी ने कहा कि सरकार के आदेश पर सेना ने कार्रवाई तो की, लेकिन यह “न्यूनतम” थी। उन्होंने पूछा, “क्या सभी आतंकवादी मारे गए? क्या भविष्य में ऐसे हमले रुकेंगे?” अल्वी का यह बयान कांग्रेस के आधिकारिक रुख से अलग है, क्योंकि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सेना की कार्रवाई की सराहना की थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े नौ आतंकी ठिकानों, जैसे बहावलपुर, मुरीदके और मुजफ्फराबाद, को निशाना बनाया। सरकार का दावा है कि हमले में 70 आतंकवादी मारे गए, लेकिन स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है।
अल्वी के बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने उन्हें सेना पर अविश्वास करने का आरोप लगाया। अल्वी पहले भी 2016 और 2019 की सैन्य कार्रवाइयों पर सवाल उठा चुके हैं, जिसके लिए उनकी आलोचना हुई थी। यह विवाद भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण संबंधों के बीच पारदर्शिता और सैन्य कार्रवाइयों की जवाबदेही को लेकर बहस को रेखांकित करता है।