बिहार में कांग्रेस की सियासत ने नया मोड़ ले लिया है। राजेश राम ने बतौर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पहली बार पार्टी कार्यालय पहुंचकर अपनी नई पारी की शुरुआत की। जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोशीला स्वागत किया, वहीं उन्होंने राजद के साथ गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर सस्पेंस बरकरार रखा।
गठबंधन पर सवाल, लेकिन जवाब नहीं!
राजद के साथ सीट शेयरिंग को लेकर चल रही अटकलों पर जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने सीधा जवाब देने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि “यह चर्चा करने का सही समय नहीं है। जब चुनाव आएगा, तब हाईकमान इस पर फैसला लेगा।”
इस बयान से साफ है कि कांग्रेस अभी अपनी रणनीति स्पष्ट नहीं करना चाहती और सीट बंटवारे को लेकर अंतिम दौर तक मोलभाव करेगी।
सीढ़ियों पर सिर झुका प्रणाम, पार्टी को फिर से खड़ा करने का संकल्प!
प्रदेश कार्यालय पहुंचते ही राजेश राम ने पार्टी की परंपरा को निभाते हुए सीढ़ियों पर सिर झुकाकर प्रणाम किया और पार्टी के दिग्गज नेताओं की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। यह उनका संकेत था कि वह कांग्रेस की जड़ों से जुड़े रहकर इसे फिर से मजबूत करेंगे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “फिलहाल मेरी प्राथमिकता पार्टी को मजबूत करना है। मैं संगठन को फिर से खड़ा करूंगा और कांग्रेस को उसका खोया हुआ गौरव लौटाने के लिए काम करूंगा।”