बिहार की राजनीति एक बार फिर पोस्टर पॉलिटिक्स के नए अध्याय में प्रवेश कर चुकी है। जहां एक तरफ जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बीते दिन राजधानी पटना में पोस्टर लगाकर यह संदेश दिया कि “25 से 30 फिर से नीतीश”, वहीं आज कांग्रेस की युवा इकाई ने इस पर तीखा पलटवार करते हुए जवाबी पोस्टर लगा दिए, जिनमें लिखा था – “देख लिया है साल 20, नहीं चलेंगे चाचा नीतीश।”
राजधानी के कई प्रमुख चौक-चौराहों पर सुबह-सुबह कांग्रेस के इन पोस्टरों ने लोगों का ध्यान खींचा। इनकम टैक्स चौराहा, पटना हाई कोर्ट परिसर, गांधी मैदान, जेपी गोलंबर, राजवंशी नगर समेत शहर के तमाम हिस्सों में ये पोस्टर नजर आए। लेकिन कुछ ही घंटों में इन सभी पोस्टरों को प्रशासन या अज्ञात लोगों द्वारा हटा दिया गया।
युवा कांग्रेस ने संभाला मोर्चा
मिली जानकारी के मुताबिक, इन पोस्टरों की पहल कांग्रेस की युवा इकाई ने की थी। इन पोस्टरों के माध्यम से युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके लंबे शासनकाल और हालिया राजनीतिक निर्णयों पर निशाना साधा है। पोस्टर को कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल पर भी साझा किया गया, जहां कैप्शन में लिखा गया – “देख लिया है साल 20, नहीं चलेंगे चाचा नीतीश।”
JDU पोस्टर से शुरू हुआ विवाद
दरअसल, यह पूरा घटनाक्रम JDU के एक पोस्टर के बाद शुरू हुआ, जिसमें लिखा गया था – “25 से 30, फिर से नीतीश”। इस पोस्टर को पार्टी कार्यालय और प्रमुख चौराहों पर लगाकर यह संकेत देने की कोशिश की गई थी कि नीतीश कुमार एक बार फिर 2025 से 2030 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे।
कांग्रेस ने इसे सत्ता के मोह में डूबा हुआ दावा करार दिया और तीखे अंदाज़ में जवाब दिया। युवा कांग्रेस के पोस्टर स्पष्ट रूप से JDU के दावे का प्रतिवाद थे, जिससे बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है।
महागठबंधन की बैठक से पहले सियासी संदेश
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब आज दोपहर 2 बजे पटना में महागठबंधन की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति और नेतृत्व को लेकर चर्चाएं होनी हैं। इससे ठीक पहले कांग्रेस की तरफ से यह पोस्टर हमला एक रणनीतिक सियासी संदेश भी माना जा रहा है।
पोस्टर उतारने की कार्रवाई पर उठे सवाल
चुनाव से पहले सड़कों और दीवारों पर पोस्टरों के माध्यम से एक-दूसरे पर हमला करने का सिलसिला तेज होता जा रहा है। हालांकि कांग्रेस के पोस्टर कुछ ही देर में हटा दिए गए, लेकिन राजनीतिक हलकों में यह चर्चा का विषय बन गया कि आख़िर इन पोस्टरों को इतनी जल्दी क्यों हटाया गया?
बिहार में चुनावी बिगुल बज चुका है और अब पोस्टर राजनीति भी पूरे रंग में आ चुकी है। JDU के ‘नीतीश रिटर्न्स’ अभियान के जवाब में कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह इस बार तीखे तेवर में मैदान में उतरेगी। अब निगाहें महागठबंधन की बैठक पर टिकी हैं कि वहां से क्या संदेश निकलता है।