नई दिल्ली : आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज ने मंत्रों को वस्त्रों पर छापने की बढ़ती प्रवृत्ति पर कड़ा ऐतराज जताया है। महाराज ने कहा कि मंत्रों का सही उपयोग शांति और ध्यान के लिए मानसिक जप के रूप में होना चाहिए, न कि उन्हें सार्वजनिक रूप से या फैशन के लिए प्रदर्शित करने के लिए।
मंत्र और फैशन का टकराव
महाराज के अनुसार, आजकल लोग अपनी धार्मिकता को दिखाने के लिए बाहरी प्रतीकों का सहारा ले रहे हैं, जो वास्तविक भक्ति के खिलाफ है। उन्होंने सलाह दी कि मंत्र छपे वस्त्रों को यमुना नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए और भविष्य में इस तरह के कपड़ों से परहेज करना चाहिए।
इस ट्रेंड को बढ़ावा देने वाली फैशन कंपनियों, जैसे शालिनी जेम्स की ‘मंत्र’ ब्रांड, ने अनोखे प्रिंट्स और डिजाइन्स के साथ बाजार में अपनी जगह बनाई है, लेकिन अब यह धार्मिक संवेदनाओं को ठेस पहुंचाने वाला मुद्दा बन गया है।
सांस्कृतिक संदर्भ और सेलिब्रिटी प्रभाव
हालांकि, यह विवाद भारत में फैशन और परंपरा के मेल को लेकर चल रही बहस को और गहरा देता है। हाल ही में, 17 जून 2025 को अभिनेत्री राशि खन्ना ने मिनिमलिस्ट कुर्ता लुक से इस ट्रेंड को नई ऊंचाइयां दीं, जो सेलिब्रिटी प्रभाव से प्रेरित है। एक 2013 की आईआईएम-अहमदाबाद की स्टडी के अनुसार, भारत जैसे उच्च शक्ति दूरी वाले समाज में सेलिब्रिटीज बिना किसी सीधे संबंध के भी उत्पादों को सफलतापूर्वक बढ़ावा दे सकते हैं, जो इस ट्रेंड को और जटिल बनाता है।
विशेषज्ञों की राय
धार्मिक अध्ययन के एक हालिया सर्वेक्षण (जर्नल ऑफ रिलीजियस स्टडीज, 2022) के अनुसार, 68% आध्यात्मिक नेता मंत्रों के वाणिज्यीकरण को परंपराओं के प्रति अनादर मानते हैं। प्रेमानंद महाराज का बयान इस चिंता को बल देता है कि आधुनिकता और आध्यात्मिकता के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
प्रतिक्रियाएं और सम्भावनाएं
सोशल मीडिया पर कुछ लोग महाराज के विचारों से सहमत हैं और इसे धार्मिकता का अपमान बता रहे हैं, वहीं अन्य इसे फैशन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हिस्सा मानते हैं। यह बहस आने वाले दिनों में और गहरा सकती है, क्योंकि फैशन उद्योग और धार्मिक संगठनों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है।
प्रेमानंद महाराज की सलाह और जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया इस मुद्दे को एक बड़े सांस्कृतिक संवाद की ओर ले जा रही है। क्या मंत्र छपे वस्त्र फैशन का नया ट्रेंड बनेंगे या धार्मिक मूल्यों के आगे झुकेंगे, यह आने वाला समय बताएगा।