Corruption in Bihar: मधुबनी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां निगरानी टीम ने उद्योग विभाग में तैनात एक कर्मचारी को घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। आरोपी मोहम्मद मुसाहिद खां, जो उद्योग विभाग में MSME उद्योग मित्र के पद पर कार्यरत था, को 15 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया। यह मामला न सिर्फ विभागीय भ्रष्टाचार को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि किस तरह छोटे उद्योगों और स्वरोजगार योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचने से पहले भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।
डीएसपी अरुनोदय पांडे ने बताया कि साहरघाट थाना क्षेत्र के बसबरिया निवासी सुशील यादव ने 20 अगस्त को पटना स्थित निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में आरोप था कि मोहम्मद मुसाहिद खां ने लघु उद्योग ऋण योजना की तीसरी किस्त का भुगतान जारी करने के लिए रिश्वत मांगी। सुशील यादव के अनुसार, 2 लाख रुपये के ऋण की तीसरी किस्त के 50 हजार रुपये बाकी थे, लेकिन कर्मचारी ने इसके भुगतान के बदले 15 हजार रुपये घूस की मांग की।
शिकायत की सत्यता की जांच के बाद निगरानी टीम ने जाल बिछाया और बुधवार को मधुबनी स्थित उद्योग विभाग कार्यालय पहुंचकर कार्रवाई की। जैसे ही वादी ने तयशुदा रकम आरोपी को सौंपी, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। इस दौरान टीम में पुलिस अवर निरीक्षक शशिकांत, इंस्पेक्टर नीरज कुमार पंजियार, ससि भूषण और पुलिस उपाधीक्षक वासिद अहमद शामिल थे।






















