बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन (INDIA Alliance) के अंदरूनी मतभेद अब खुलकर सामने आने लगे हैं। सीट शेयरिंग पर अभी तक कोई आधिकारिक फैसला नहीं हुआ है, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने चुनाव चिन्ह (Lalu Yadav Symbol Distribution) बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कांग्रेस के विरोध और नाराजगी के बावजूद लालू यादव ने अपने उम्मीदवारों को पार्टी का प्रतीक चिन्ह सौंपा। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की आपत्ति के बाद यह खबर सामने आई थी कि तेजस्वी यादव ने सिम्बल वापस करा लिए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि लालू यादव ने उसके बाद भी कई उम्मीदवारों को सिंबल जारी किए।
वहीं, सीट बंटवारे से पहले ही कई कांग्रेसी और वामपंथी उम्मीदवारों ने भी अपने नामांकन की घोषणा कर दी है, जिससे तालमेल की पूरी प्रक्रिया अस्त-व्यस्त होती दिख रही है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने आज अपनी पहली सूची जारी कर दी, जिसमें तेघड़ा से रामरतन सिंह, बखरी (सु.) से सूर्यकान्त पासवान, बछवाड़ा से अवधेश कुमार राय, बांका से संजय कुमार, हरलाखी से राकेश कुमार पाण्डेय और झंझारपुर से राम नारायण यादव को उम्मीदवार घोषित किया गया है। यह लिस्ट साफ संकेत देती है कि वाम दल अब दबाव की राजनीति के जरिये गठबंधन में अपनी हिस्सेदारी पक्की करना चाहते हैं।
सीपीआई ने 2020 में छह सीटों पर चुनाव लड़ा था और दो पर जीत दर्ज की थी। इस बार पार्टी आठ सीटों पर दावा कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम महागठबंधन के भीतर शक्ति प्रदर्शन का हिस्सा है, जिससे RJD और कांग्रेस पर दबाव बनाया जा सके। खास बात यह है कि 2020 में वाम दलों में सबसे अच्छा प्रदर्शन CPI(ML) का रहा था, जिसने 19 सीटों में से 12 पर जीत हासिल की थी।
इसी बीच, RJD ने भी अपने 20 उम्मीदवारों को सिम्बल दे दिए हैं। लालू यादव ने कल छह प्रत्याशियों को सिंबल सौंपा था और आज फिर 20 नामों पर मुहर लगाई। इनमें प्रमुख नाम तेजस्वी यादव का है, जो राघोपुर सीट से नामांकन करेंगे। बताया जा रहा है कि तेजस्वी के नॉमिनेशन के दौरान हाजीपुर अनुमंडल कार्यालय में भारी भीड़ उमड़ेगी और लालू यादव भी मौजूद रहेंगे।
इसके अलावा महुआ से मुकेश रौशन, मोरवा से रणविजय साहू, हिलसा से शक्ति यादव, शेखपुरा से विजय सम्राट, गरखा से सुरेन्द्र राम, मधेपुरा से चंद्रशेखर, अलौली से रामवृक्ष सदा, फतुहा से रामानन्द यादव और सिवान सदर से अवध बिहारी चौधरी शामिल हैं। सबसे चर्चित नाम रघुनाथपुर सीट से मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा साहब का है, जो राजनीतिक विरासत संभालने की तैयारी में हैं।