नई दिल्ली : भारत ने तुर्की के नए राजदूत अली मूरत एर्सोय की राष्ट्रपति भवन में होने वाली क्रेडेंशियल सेरेमनी को अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया है। जिसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने 15 मई 2025 को दी। मंत्रालय ने इसे “शेड्यूलिंग समस्याओं” का हवाला देते हुए स्थगित किया, हालांकि सूत्रों का कहना है कि यह कदम कूटनीतिक असहमति का परिणाम है।
इस समारोह में राजदूत अली मूरत एर्सोय को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष अपने परिचय पत्र प्रस्तुत करने थे। कूटनीतिक भाषा में इसे क्रेडेंशियल सेरेमनी कहा जाता है, जो किसी नए राजदूत के आधिकारिक स्वागत का प्रतीक होती है। लेकिन विदेश मंत्रालय के प्रोटोकॉल विभाग ने इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया।
विश्लेषकों का मानना है कि क्रेडेंशियल सेरेमनी का रद्द होना भारत का एक सख्त संदेश है, जो तुर्की के पाकिस्तान के साथ बढ़ते रक्षा संबंधों और क्षेत्रीय भू-राजनीति में उसकी भूमिका के खिलाफ एक कूटनीतिक जवाब है। 2019 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 7.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो आर्थिक सहयोग को दर्शाता है, लेकिन हाल के घटनाक्रमों ने राजनीतिक संबंधों को प्रभावित किया है।