नोएडा: नोएडा पुलिस ने एक बड़े साइबर अपराध और ड्रग्स तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाइजीरियन नागरिक भी शामिल है। यह कार्रवाई पिछले साल जून में नैनीताल बैंक के सर्वर हैक कर 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में की गई है। डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी।
डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि जून 2024 में नैनीताल बैंक की नोएडा शाखा से साइबर ठगों ने बैंक के सर्वर और मैनेजर के क्रेडेंशियल्स को हैक कर 16.5 करोड़ रुपये की ठगी की थी।
इस राशि को 89 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया गया था। मामले की जांच के दौरान पहले भी कुछ गिरफ्तारियां हो चुकी थीं, लेकिन रविवार, 20 अप्रैल 2025 को पुलिस ने एक नाइजीरियन नागरिक सहित तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस ने MDMA ड्रग्स भी बरामद की, जो इस बात का संकेत देता है कि यह गिरोह साइबर अपराध के साथ-साथ ड्रग्स तस्करी में भी लिप्त था। डीसीपी ने कहा, “यह एक बड़े आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा है, जिसकी जांच अभी जारी है।”
यह पहला मौका नहीं है जब नोएडा में विदेशी नागरिकों की संलिप्तता वाले अपराध सामने आए हैं। साल 2022 में ग्रेटर नोएडा में भी एक नाइजीरियन नागरिक सहित पांच लोगों को ड्रग्स और 700 फर्जी सिम कार्ड्स की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस मामले में भी सिम कार्ड्स का इस्तेमाल साइबर अपराधों के लिए किया जा रहा था, जो इस क्षेत्र में विदेशी अपराधियों की सक्रियता की ओर इशारा करता है। पुलिस ने बताया कि जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है। फिलहाल, गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है।