मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मुजफ्फरनगर में साइबर ठगों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड में लिप्त थे।
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य विभिन्न ऑनलाइन स्कैम्स के माध्यम से लोगों को ठगने में शामिल थे, जिसमें फाइनेंशियल फ्रॉड और डेटा चोरी जैसे अपराध शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से बड़ी मात्रा में सबूत और दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं, जो उनके अपराधों की पुष्टि करते हैं।
यह ऑपरेशन उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से साइबर क्राइम से निपटने की बढ़ती प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हाल के वर्षों में, साइबर क्राइम के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, और राज्य सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए विशेष साइबर क्राइम सेंटर स्थापित किए हैं। मुजफ्फरनगर में भी ऐसा ही एक सेंटर स्थापित किया गया है, जो इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस ऑपरेशन के बारे में बात करते हुए, स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने लंबे समय से इस गिरोह पर नज़र रखी थी और finally हम उन्हें पकड़ने में सफल रहे। यह ऑपरेशन उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो साइबर स्पेस में अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं।”
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 लागू होने के बाद, साइबर सुरक्षा और डेटा संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस कानून के तहत, व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करना और साइबर फ्रॉड से निपटना प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है।
पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन से न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे राज्य में साइबर क्राइम के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिलेगी। जनता से अपील की गई है कि वे साइबर फ्रॉड से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।