छपरा में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई। मौत का यह आकड़ा बढ़ता जा रहा है। इस घटना के बाद राज्य में राजनीतिक खींचातानी बढ़ी हुई है। आज बुधवार के बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान भी शराबबंदी पर सवाल उठे। विपक्षों ने छपरा के जहरीले शराब मामले को भी सदन में उठाया, जिसपर काफी बहसबाजी भी हुई। वही नीतीश कुमार ने इन सभी के पीछे BJP का हाथ बताया। सदन खत्म होने के बाद मीडिया ने सारण शराब मामले में बिहार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार से सवाल किया, तब वह अपने बयान में कुछ अटपटी बात कह कर निकल गए।
कानून बनते है और टूटते है
जहरीली शराब मामले में सुनील कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भी कानून इजाद किया था इसके बावजूद भी कानून तोड़ने वाले लोग है। यह तक की जहाँ शराबबंदी नहीं है जैसे तमिलनाडू, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और पंजाब। वहां भी जहरीली शराब से मौतें हो रही है। बिहार में पहले जब शराबबंदी नहीं थी तब भी जहरीली शराब से मौत हो रहा था। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून पूरी मुस्तैदी के साथ प्रभावकारी ढंग से लागू कर रहे हैं और आगे भी करेंगे। वही सारण में हुए इस वारदात पर कहा कि इसके लिए दोषी है उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बीजेपी के आरोप निराधार
वहीं बीजेपी के आरोपों पर सुनील कुमार ने कहा कि बीजेपी के लोग यह आरोप लगा रहे है कि सब कुछ सरकार के संरक्षण में हो रहा है तो यह आरोप बिलकुल गलत और निराधार है। वही मंत्री ने BJP पर उल्टा आरोप लगाया की जब बीजेपी बिहार के सत्ता में थी, तब ऐसी बाते नहीं होती थी। लेकिन अब सत्ता से अलग हुई तब इस तरह का आरोप लगा रही है। सुनील कुमार ने साफ कह दिया है कि हम और हमारी सरकार ना तो किसी को बचाते है और न ही फंसाते है।