नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सोमवार को रक्षा संबंधीसंसदीय स्थायी समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में विभिन्न सांसदों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिसमें देश की रक्षा नीतियों और सुरक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।
रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति का गठन लोकसभा के तहत किया जाता है और यह समिति रक्षा मंत्रालय के कामकाज, बजट आवंटन, और सैन्य तैयारियों की समीक्षा करती है। हाल के वर्षों में इस समिति की बैठकों में कई अहम मुद्दे उठाए गए हैं। उदाहरण के लिए, वर्ष 2020 में एक बैठक के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सैनिकों के लिए बेहतर उपकरणों की मांग को लेकर चर्चा की कमी पर नाराजगी जताते हुए बैठक से वॉकआउट किया था। उस समय लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ तनाव के बीच सैनिकों की जरूरतों पर ध्यान देने की मांग उठी थी।
हालांकि, इस बार की बैठक के एजेंडे के बारे में विस्तृत जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि समिति ने सीमा सुरक्षा, सैन्य आधुनिकीकरण और रक्षा बजट जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया होगा। इस तरह की बैठकों से देश की रक्षा नीतियों को मजबूत करने में मदद मिलती है।
रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति की यह बैठक देश की सुरक्षा और रक्षा तैयारियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। आगे इस बैठक के निष्कर्षों और सुझावों पर नजर रहेगी।