दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले (Delhi Red Fort Blast) के पास सोमवार शाम हुए भीषण धमाके ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस ब्लास्ट में अब तक 8 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं। घटना के बाद से राजधानी दिल्ली में सुरक्षाबल लगातार सक्रिय हैं और जांच एजेंसियां धमाके की वजह व संभावित साजिश की तह तक जाने में जुटी हैं। इस बीच, बिहार में भी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, क्योंकि मंगलवार को यहां 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। दिल्ली की घटना के बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
ADG ने दिए सख्त निर्देश
बिहार पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) पंकज दराद ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को विशेष निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि “चुनाव को लेकर पहले से ही हाई अलर्ट जारी था, लेकिन दिल्ली ब्लास्ट के बाद अब सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है। सभी जिलों में धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और सार्वजनिक स्थानों पर सघन चेकिंग की जा रही है।” उन्होंने बताया कि संवेदनशील जिलों में पुलिस बलों की तैनाती बढ़ाई गई है और बम निरोधक दस्ते के साथ-साथ डॉग स्क्वाड को भी अलर्ट पर रखा गया है। गाड़ियों की तलाशी, सीमावर्ती इलाकों की निगरानी और सड़कों पर गश्त तेज कर दी गई है।
Delhi Blast: लाल किला मेट्रो स्टेशन पर जबरदस्त कार ब्लास्ट, 8 लोगों की मौत, 24 घायल!
कल सुबह 7 बजे से मतदान
बिहार में मंगलवार को सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होगा। संवेदनशील बूथों पर वोटिंग शाम 4 से 5 बजे तक और अन्य बूथों पर शाम 6 बजे तक चलेगी। प्रशासन नहीं चाहता कि सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक हो। इसलिए मतदान केंद्रों के आसपास पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
कौन से जिले हैं मतदान में शामिल
इस चरण के चुनाव में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर जिले शामिल हैं। 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और इसी दिन नतीजों की घोषणा भी की जाएगी। दिल्ली धमाके के बाद जिस तरह से बिहार पुलिस सतर्क हुई है, उससे स्पष्ट है कि सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावना को हल्के में नहीं ले रहीं। इस घटना ने चुनावी माहौल में सुरक्षा के सवाल को केंद्र में ला दिया है।






















