बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा 1ने सोमवार को कृषि विभाग का पदभार ग्रहण किया और आते ही बड़े बदलाव के संकेत दिए। उन्होंने कृषि विभाग को करप्शन मुक्त करने और किसानों के हित में पारदर्शी व्यवस्था बनाने का ऐलान किया। कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने पुष्प गुच्छ देकर उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर विशेष सचिव, कृषि विभाग डॉ॰ वीरेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह, अपर सचिव शैलेन्द्र कुमार, संयुक्त सचिव द्वय मदन कुमार एवं मनोज कुमार सहित कृषि विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि आधारित बिहार की प्रगति प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का सपना है। राज्य की लगभग 76 प्रतिशत आबादी की आजीविका कृषि पर आधारित है। यहाँ के किसान, महिला, युवा और गरीब कृषि पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आश्रित हैं। कृषि के क्षेत्र में रोजगार का अवसर सृजित कर हम इन सभी को मजबूत एवं सशक्त बनायेंगे। बिहार की मजबूत नीव कृषि विभाग के द्वारा रखी जायेगी, जिससे किसानों का कल्याण और उत्थान किया जायेगा। इस वर्ष प्रधानमंत्री ने मखाना किसानों के लिए मखाना बोर्ड बनाने की घोषणा की है, यह मखाना उत्पादन, प्रसंस्करण, वैल्यू एडिशन तथा विपणन जैसे हर पहलू में किसानों को मदद करेगा।
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उन्होंने आगे बताया कि बिहार के किसान बिहारी योद्धा के रूप में आगे बढ़कर राज्य का नेतृत्व करेंगे। बिहारी शब्द को कृषि क्षेत्र सम्मान, समृद्धि और स्वाभिमान के साथ जीने का अधिकार भी दिलायेगा। राज्य के किसानों की मेहनत से उपजा हुआ हर फसल देश के प्रत्येक थाली तक पहुँचेगा। इस संकल्प को अनुसंधान एवं नई तकनीक के माध्यम से सार्थक बनाया जायेगा।
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श्री सिन्हा ने कहा कि किसानों की खुशहाली सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को राहत देने के साथ-साथ इनकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा। साथ ही, किसानों के हित में कार्यान्वित की जा रही सरकार की योजनाओं को समय से जमीन पर उतारा जायेगा। बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है और कृषि यहाँ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। राज्य के जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान लगभग 19 प्रतिशत है। इसलिए बिहार के विकास के लिए कृषि का विकास सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।