अहमदाबाद, गुजरात : गुजरात हाईकोर्ट को आज सुबह 10:45 बजे एक ईमेल के माध्यम से बम धमकी मिलने की खबर सामने आई है। अहमदाबाद के डीसीपी (ट्रैफिक) सफीन हसन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि हाईकोर्ट परिसर की तलाशी ली जा रही है, लेकिन अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। उन्होंने कहा, “हम इस मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं, जिसमें धमकी भेजने वाले की पहचान और ईमेल के स्रोत का पता लगाना शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, यह धमकी एक रजिस्टर्ड ईमेल के जरिए प्राप्त हुई, जिसमें दो आईईडी विस्फोटों की योजना का उल्लेख था। इसके बाद हाईकोर्ट के गेट बंद कर दिए गए और सुरक्षा बलों ने पूरे परिसर की व्यापक जांच शुरू की। डीसीपी हसन ने बताया कि अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, लेकिन जांच जारी रहेगी।
यह घटना तब सामने आई है जब हाल के दिनों में गुजरात और अन्य राज्यों में कई बम धमकियां होक्स निकली हैं। उदाहरण के लिए, जयपुर में मई 2025 में कोर्ट्स, होटलों और मेट्रो स्टेशनों को निशाना बनाकर भेजे गए ईमेल धमकियां वीपीएन और विदेशी सर्वरों से भेजी गई थीं, जो साइबर अपराधियों की ओर इशारा करती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह धमकी भी इसी पैटर्न का हिस्सा हो सकती है।
2023 में इंटरपोल की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 80% ईमेल-आधारित बम धमकियां गलत पाई गई हैं, और भारत में भी भारतीय साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में 150 से अधिक ऐसी धमकियां विदेशी सर्वरों से भेजी गई थीं। इस बार भी पुलिस साइबर फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर ईमेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी है।
इस घटना की खबर प्रसिद्ध समाचार एजेंसी एएनआई ने सबसे पहले दी, जिसने हाल ही में (29 मई 2025) दिल्ली हाईकोर्ट में एक मानहानि मामले में फंसी है। हालांकि, इस धमकी और एएनआई की रिपोर्टिंग के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन उनकी कवरेज से जनता की धारणा पर असर पड़ सकता है।
हाईकोर्ट की कार्यवाही फिलहाल प्रभावित हुई है, और सुरक्षा बल तब तक सतर्क रहेंगे जब तक बम निरोधक दस्ते से हरी झंडी नहीं मिल जाती। इस घटना पर आगे की अपडेट्स का इंतजार है।