आज यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, फ्रेजर रोड शाखा में आयोजित एक विशेष स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में प्रख्यात चिकित्सक एवं पहल (Public Awareness for Healthful Approach for Living) संस्था के निदेशक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि योग और दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव मधुमेह जैसे रोगों पर नियंत्रण में कारगर साबित हो सकते हैं।
उन्होंने बैंक कर्मचारियों की जीवनशैली को ‘अत्यधिक स्थिर और तनावपूर्ण’ बताते हुए कहा कि लगातार बैठकर कार्य करना, अनियमित भोजन, नींद की कमी और व्यायाम न करना – ये सभी कारण मधुमेह, मोटापा, हाई बीपी और कमर दर्द जैसी समस्याओं को जन्म देते हैं।
योग और डेली रूटीन बदलाव से कैसे करें मधुमेह नियंत्रण: डॉ. तेजस्वी की सलाह
- हर 30 मिनट में खड़े होकर 2-3 मिनट चलें – इससे मेटाबॉलिज्म सक्रिय रहता है।
- नाश्ता अवश्य करें – यह पूरे दिन की ऊर्जा देता है।
- रिफाइंड और प्रोसेस्ड फूड से बचें – घर का सादा खाना सबसे उत्तम है।
- Brisk Walking, Yoga, Stretching को दिनचर्या में शामिल करें।
- 6-8 घंटे की नींद लें – यह शरीर की मरम्मत करती है।
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें – ये मधुमेह और हृदय रोगों को बढ़ाते हैं।
- 3 से 5 लीटर पानी प्रतिदिन पिएं।
- तनाव को दूर करने के लिए ध्यान, संगीत या शौक अपनाएं।
- वर्ष में एक बार स्वास्थ्य जांच कराएं – BP, Sugar, Cholesterol और LFT जरूर कराएं।
बैंक कर्मचारियों के लिए विशेष सुझाव
- ऑफिस में गर्दन और कंधे की एक्सरसाइज़ करें।
- लंच के बाद कुछ कदम चलें – यह पाचन और ऊर्जा के लिए लाभकारी है।
- पानी की बोतल हमेशा पास रखें और समय-समय पर पीते रहें।
- मीटिंग के बीच में हल्की स्ट्रेचिंग करें।
- डेस्क पर बैठे-बैठे आँख बंद कर गहरी साँस लें।
- लंच में चावल कम, सब्ज़ियाँ, दाल और सलाद अधिक लें।
डायबिटीज में क्या खाएं और क्या न खाएं?
लें:
- नींबू पानी, छाछ
- साबुत अनाज (ओट्स, दलिया, चना, सत्तू)
- फाइबरयुक्त सब्ज़ियाँ और सलाद
- कम वसा और कम शर्करा वाला भोजन
बचें:
- मीठे पेय (कोल्ड ड्रिंक, पैकेज्ड जूस)
- अधिक चावल, तली-भुनी चीज़ें
- शुगर युक्त मिठाइयाँ और प्रोसेस्ड स्नैक्स
तनाव, नींद और शुगर का गहरा संबंध
डॉ. तेजस्वी ने कहा, “तनाव ब्लड शुगर बढ़ाने वाला सबसे बड़ा कारक है। यदि आप नींद पूरी नहीं करते या मानसिक थकान से गुजरते हैं तो डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।”
इसलिए उन्होंने सुझाया कि –
- रोजाना 10 बजे तक सोने की आदत डालें
- गहरी साँस, प्राणायाम या ध्यान से तनाव दूर करें
- संगीत और किताबों का सहारा लें
मधुमेह है तो भी निराश न हों, नियंत्रित रख सकते हैं
- नियमित रूप से ब्लड शुगर की जाँच करें – खासकर Fasting और Post-meal
- डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा लें – कभी भी अपनी मर्जी से न रोकें
- जीवनशैली में बदलाव लाकर मधुमेह को पूरी तरह नियंत्रण में रखा जा सकता है
मधुमेह कोई लाइलाज बीमारी नहीं, बल्कि एक अनुशासित जीवनशैली से नियंत्रित रहने वाली स्थिति है। डॉ. दिवाकर तेजस्वी का यह संदेश न केवल बैंक कर्मचारियों, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए उपयोगी है जो व्यस्त जीवन जीता है और स्वास्थ्य को अनदेखा करता है।