जयपुर : जयपुर के बगरू थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज डीजल चोरी का मामला सामने आया है, जहां अपराधियों ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) की पाइपलाइन से डीजल चुराने के लिए एक मकान में 15 फीट गहरी सुरंग खोदी। इस अनोखी वारदात से पुलिस भी हैरान रह गई है। शातिर अपराधियों के इस जाल को उजागर करने के बाद पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जबकि मास्टरमाइंड सहित अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
घटना का खुलासा
हिंदुस्तान पेट्रोलियम के अधिकारियों ने 6 जून को पाइपलाइन में असामान्य दबाव में कमी देखी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तीन बस्तियों के करीब एक हजार मकानों की पड़ताल की और दहमूकला इलाके में संदिग्ध गतिविधियों का पता चला। जांच में पता चला कि अपराधियों ने एक किराए के मकान से सुरंग खोदकर पाइपलाइन में छेद किया और वाल्व लगाकर डीजल चुराया जा रहा था।
गिरोह का तरीका
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने चोरी किए गए डीजल को बड़े ड्रमों में भरकर पिकअप वैन के जरिए काले बाजार में सस्ते दामों पर बेचा। लोगों को शक न हो, इसके लिए मकान में पानी का प्लांट लगाने का दिखावा भी किया गया। यह रैकेट लंबे समय से संचालित हो रहा था, और हर बार 1000 लीटर डीजल की चोरी की जाती थी।
गिरफ्तारी और जांच
पुलिस ने असम के डिब्रूगढ़ निवासी राजेश उरांग (45) को मौके से गिरफ्तार किया, जो दिल्ली के कुख्यात तेल चोर श्रवण सिंह उर्फ सरदार के गिरोह के लिए काम कर रहा था। जांच में पता चला कि श्रवण सिंह और उसका साला धर्मेंद्र वर्मा उर्फ रिंकू इस चोरी का मास्टरमाइंड हैं। दोनों के खिलाफ राजस्थान समेत कई राज्यों में 11 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब इन दोनों और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।
आगे की कार्रवाई
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के वेस्ट जोन के डीसीपी अमित बुडानिया ने बताया कि यह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का अपराध नेटवर्क हो सकता है, और जांच गहन रूप से जारी है। इस मामले से पेट्रोलियम चोरी और काले बाजार की गंभीर समस्या का पता चलता है, जिससे सरकार और तेल कंपनियों को सतर्क होने की जरूरत है।