पूर्वी चंपारण जिले की मधुबन विधानसभा सीट शिवहर (लोकसभा) निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है। 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद मधुबन विधानसभा सीट में मधुबन, पकड़ीदयाल और फेनहारा सामुदायिक विकास केंद्र को शामिल किया गया। अब तक इस सीट पर हुए 15 चुनावों में चार बार कांग्रेस, तीन बार सीपीआई, दो-दो बार जदयू, राजद, जनता दल और एक-एक बार भाजपा और जनता पार्टी को जीत हासिल हुई है। 1957 में अस्तित्व में आयी मधुबन विधानसभा सीट पर कई पार्टियां चुनाव लड़ी और जीती। सबसे पहले इस सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़े रूप लाल राय ने जीत दर्ज किया था। 2015 में पहली बार यहां पर भाजपा को जीत मिली तबसे अबतक यहां भाजपा के राणा रणधीर सिंह विधायक हैं।
पिछले चुनाव के नतीजे
2020 में हुए विधानसभा चुनाव इस सीट पर भाजपा के राणा रणधीर सिंह ने जीत दर्ज की उन्हें कुल 73,179 (47.69%) वोट मिला जबकि दूसरे नंबर पर रहे राजद के मदन प्रसाद को 67,301 (43.86%) वोट मिला।
2015 में हुए विधानसभा चुनाव पर नज़र डाले तो भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर राणा रणधीर सिंह यहां से विधायक बने, उन्हें कुल 61,054 (44.00%) वोट मिला जबकि दूसरे नंबर पर रहे जदयू के शिवाजी राय 44,832 (32.00%) वोट मिला। 2015 से पहले राणा रणधीर राजद में थे, लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव में राजद-जदयू के बीच गठबंधन होने पर ये सीट जदयू के खाते में चली गई। टिकट कटते ही राणा रणधीर ने पाला बदला और भाजपा का दामन थाम चुनावी मैदान में कूद गए। इस चुनाव में उन्होंने दो बार के विधायक शिवजी राय को हराया। इससे पहले फरवरी 2005 में भी राणा रणधीर राजद के टिकट पर जदयू के शिवजी राय को हरा चुके थे।
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2010 में इस सीट पर जदयू के शिवाजी राय ने जीत हासिल की उन्हें कुल 40,478 (39%) वोट मिला, वही दूसरे नंबर पर रहे राजद के राणा रणधीर सिंह को 30,356 यानी कुल 30% वोट मिला। 2010 में इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी राजेश कुमार रौशन तीसरे स्थान पर रहे।
जातीय समीकरण:
इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। हालांकि, ब्राह्मण और राजपूतों के वोट को हर समीकरण को फिट करने के लिए जरूरत पड़ती है। कोइरी और रविदास वोटर भी इस सीट पर निर्णायक भूमिका में हैं। 2015 में इस सीट पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ा था। यहां पर सबसे ज्यादा वोटिंग 1990 के विधानसभा चुनाव में हुई थी। उस समय इस सीट पर 72.5% वोट पड़े थे।
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जनसंख्या:
मधुबन विधानसभा में एससी मतदाता लगभग 40,487 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 15.69% है। एसटी मतदाता लगभग 103 है जो लगभग 0.04% है। मुस्लिम मतदाता लगभग 33,545 है जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 13% है। वहीं, ग्रामीण मतदाता लगभग 226,664 है जो लगभग 87.84% है जबकि शहरी मतदाता लगभग 31,378 है जो 12.16% है।






















