रांची: इस बार पहली बार महाशिवरात्रि के दौरान देवघर के बैद्यनाथ धाम में सरकारी स्तर पर एक ऐतिहासिक आयोजन होगा। बताया जा रहा कि झारखंड के पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार भव्य शिव बारात का आयोजन किया जायेगा। इसका उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रमुखता देना है। देवघर डीसी विशाल सागर ने बताया कि शिव बारात देवघर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। इसमें हिस्सा लेने राज्य समेत पूरे देश से श्रद्धालु आते हैं।
आयोजन को सफल और भव्य बनाने के लिए विभिन्न एनजीओ, समाजसेवी संस्थाओं और अन्य संगठनों का सहयोग लिया जायेगा। जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम कर रहा है। वहीं इस फेसले पर बीजेपी खुश नजर नही आ रही है। इस पूरे मामले को लेकर देचघर के सांसद ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हेमंत सरकार व प्रशासन को घेरा है। पिछले 31 सालों से शिवरात्रि महोत्सव समिति के अध्यक्ष राज नारायण खवाड़े की देखरेख में शिव बारात का आयोजन होता आ रहा था।
लेकिन कोविड-19 के बाद, पिछले 2 सालों से यह आयोजन गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे की देख-रेख में हो रहा था। अब इस आयोजन को पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित किया जायेगा। गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने इस बदलाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर एक तल्ख पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि सरदार पंडा जी की लड़ाई के कारण देवघर बाबा बैद्यनाथ जी मंदिर का सरकारीकरण कर दिया गया। अब शिव बारात भी देवघरवासियों के हाथ से निकलकर सरकार के पास चली गयी।