बिहार में अस्पताल की व्यवस्था दिन पर दिन बदहाल होती जा रही है। कभी दवा नहीं होते तो कभी डॉक्टर। हर रोज कोई न कोई लापरवाही सामने आ जाती है। पर इसपर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। तेजस्वी यादव अस्पतालों का जायजा भी लिया डॉक्टरों को चेतावनी भी दी। इसके बाद भी अस्पताल के व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया। डॉक्टर की लापरवाही से अक्सर मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ती है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसपर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ताजा मामला वैशाली से आया है जहां घंटों तक अस्पतला के इमरजेंसी वार्ड में पड़े रहने के बाद भी डॉक्टर ने मरीज का इलाज नहीं किया। जिसकी वजह से मरीज की मौ’त हो गई। मरीज की मौ’त के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
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अस्पताल में की गई तोड़फोड़
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि वैशाली जिले के सदर थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर के निकट सड़क दुर्घटना में ट्रक चालक बिहारी कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजनों ने इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल लाया। डॉक्टर द्वारा करीब एक घंटा तक घायल का इलाज नहीं किया गया। जिससे उसकी मौ’त हो गई।बिहारी कुमार के मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने सदर अस्पताल में तोड़फोड़ एवं हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान इमरजेंसी में दवा इधर-उधर फेंक दिया, वहीं डॉक्टर चैंबर का कई सामान क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इमरजेंसी के बाहर लगे कुर्सी इधर-उधर फेंक दिया। अस्पताल के कर्मचारी ने भी अस्पताल से अपनी जान बचाकर भाग खड़ा हुआ है।
पूरा अस्पताल हुआ पुलिस छावनी मेंं तब्दील
घटना की जानकारी नगर थाने की पुलिस को दी गई। सूचना पर नगर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर परिजनों को समझाने का प्रयास करने लगी। घटना के संबंध में मृ’तक के दादा चकनूर के रहने वाले राम सिंह ने बताया कि उनका पोता बिहारी ट्रक चलाता है वह जा रहा था इसी दौरान बहन ने उसे धक्का मार दिया उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। करीब 1 घंटे तक उसका दम घुट रहा, लेकिन कोई डॉक्टर इलाज के लिए नहीं आया और उसकी मौ’त हो गई। काफी मशक्कत के बाद परिवार वाले श’व को लेकर चले गए। पूरा अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।