Dog Residence Certificate: पटना के मसौढ़ी में प्रशासनिक लापरवाही की हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। एक कुत्ते के नाम पर आवासीय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जिससे पूरे जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। अब इस मामले में राजस्व पदाधिकारी मुरारी चौहान और आईटी सहायक राजेश कुमार के खिलाफ मसौढ़ी थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
यह मामला पटना के जिलाधिकारी के आदेश पर दर्ज किया गया। जिलाधिकारी ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच का निर्देश दिया था, जिसके बाद एसडीओ ने विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर राजस्व पदाधिकारी और आईटी सहायक पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। आईटी सहायक राजेश कुमार को सेवा मुक्त कर दिया गया है। राजस्व पदाधिकारी के खिलाफ जांच चल रही है।
कैसे हुआ यह मामला सामने?
जांच में यह पाया गया कि निवास प्रमाण पत्र के लिए गलत सूचनाओं को सिस्टम में फीड किया गया। नाम और पता की जगह एक पालतू कुत्ते के विवरण दर्ज कर दिए गए और उस आधार पर सत्यापित प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। सरकार ने पटना जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम को इस पूरे मामले की जांच सौंपी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दिल्ली की एक महिला के आधार कार्ड का दुरुपयोग करते हुए 15 जुलाई को ऑनलाइन आवेदन किया गया था। बिना दस्तावेज सत्यापन के ही ‘डॉग बाबू’ के नाम से आवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया गया।






















