वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज एक महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं, जिसमें ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव पर चर्चा होगी। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब 2024 से दोनों देशों के बीच सीधे टकराव की घटनाएं बढ़ी हैं और जून 2025 में शुरू हुए युद्ध में अमेरिका भी शामिल हो गया है।
ट्रंप की यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ होगी, जहां ईरान के परमाणु कार्यक्रम और क्षेत्रीय स्थिरता पर विचार-विमर्श किया जाएगा। हाल ही में अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु सुविधाओं पर हमले किए हैं, जिसे ट्रंप ने “घातक” बताया है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि नुकसान का आकलन अभी जारी है।
इस बीच, अमेरिकी सीनेटर टिम केन ने ट्रंप के इस कदम की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस की बहस के बिना युद्ध में प्रवेश करने का आरोप लगाया है। कुछ ट्रंप सहयोगियों का दावा है कि ये हमले ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के लिए हैं, लेकिन कानूनी और राजनीतिक निहितार्थ बड़े हैं, खासकर जब अमेरिका के लिए कोई स्पष्ट राष्ट्रीय सुरक्षा हित नहीं दिखाई देता।
ईरान-इजरायल संघर्ष का इतिहास लंबा रहा है, जहां ईरान ने हिजबुल्लाह और हमास जैसे समूहों को समर्थन दिया है, जबकि इजरायल ने ईरानी सहयोगियों पर हवाई हमले किए हैं और सीरिया में ईरानी बलों पर सीधे हमले किए हैं। 2024 में यह संघर्ष और गहरा गया, और अब अमेरिका की भागीदारी के साथ यह एक बड़े पैमाने पर युद्ध का रूप ले चुका है।
ट्रंप की इस बैठक से क्षेत्रीय और वैश्विक राजनीति पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना रोचक होगा। दुनिया की निगाहें इस बैठक और इसके परिणामों पर टिकी हैं।