दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरुपति से काटपाडी तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 1332 करोड़ रुपये है, जो आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के बीच रेल संपर्क को मजबूत करेगी। गुडुर-काटपाडी रेल खंड, जिसमें यह परियोजना शामिल है, पहले से ही विद्युतीकृत है और तिरुपति तक डबल-ट्रैक है। हालांकि, तिरुपति से काटपाडी तक का हिस्सा सिंगल-ट्रैक होने के कारण ट्रेनों में देरी की समस्या बनी रहती थी।
इस दोहरीकरण परियोजना से न केवल रेलवे की दक्षता में सुधार होगा, बल्कि तिरुपति जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल और औद्योगिक क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, जो पहले रेल मंत्री के रूप में कार्यरत थे और वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री हैं, ने रेलवे के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह परियोजना भारत सरकार की उस व्यापक योजना का हिस्सा है, जिसमें 2030 तक रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए 5.4 ट्रिलियन रुपये का निवेश किया जाना है।
इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास, हाई-स्पीड ट्रेनों का विस्तार और माल ढुलाई की हिस्सेदारी बढ़ाने जैसे लक्ष्य शामिल हैं। यह कदम न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा, बल्कि रेलवे के भविष्य को और अधिक सक्षम और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।