मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज मुंबई और कोच्चि में मीठी नदी डिसिल्टिंग घोटाले से जुड़े एक बड़े मामले में 15 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इस घोटाले में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) को 65 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। ED की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है, जिसमें ठेकेदारों और अधिकारियों पर फर्जी बिल, नकली काम के रिकॉर्ड और सार्वजनिक धन की हेराफेरी का आरोप है।
मीठी नदी, जो मुंबई की प्रमुख जल निकासी प्रणाली का हिस्सा है, इसकी डिसिल्टिंग और सफाई के लिए हर साल भारी-भरकम बजट आवंटित किया जाता है। लेकिन 2023 की एक BMC रिपोर्ट के अनुसार, अधूरी डिसिल्टिंग की वजह से शहर में मानसून के दौरान 60% बाढ़ की समस्या बनी रहती है। जांच में पता चला कि इस घोटाले में टेंडर प्रक्रिया में हेरफेर कर कुछ खास सप्लायर्स को फायदा पहुंचाया गया। फर्जी दस्तावेजों के जरिए सरकारी धन का दुरुपयोग करने का भी आरोप है।
बॉलीवुड कनेक्शन: डिनो मोरिया जांच के दायरे में
इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया का नाम भी सामने आया है। डिनो के मुंबई स्थित आवास पर भी ED ने छापा मारा। डिनो को इससे पहले मई 2025 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने पूछताछ के लिए बुलाया था। सूत्रों के मुताबिक, डिनो का नाम इस घोटाले से जुड़े कुछ संदिग्ध लेनदेन में सामने आया है।
मीठी नदी मुंबई के लिए एक महत्वपूर्ण जल निकासी प्रणाली है, लेकिन इसकी सफाई में बार-बार अनियमितताओं की वजह से शहर में बाढ़ का खतरा बना रहता है। 2005 की भीषण बाढ़, जिसमें 1,000 से ज्यादा लोगों की जान गई थी, के बाद से इस नदी की डिसिल्टिंग और रखरखाव पर जोर दिया जाता रहा है। सिटिजन मैटर्स की एक 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, नदी के किनारों पर अतिक्रमण, कचरा डंपिंग और प्राकृतिक जलग्रहण क्षेत्रों को भरने की वजह से बाढ़ की समस्या और गंभीर हुई है।
ED ने मुंबई और कोच्चि में एक साथ यह कार्रवाई शुरू की, जिसमें कई संदिग्धों के ठिकानों से दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक सबूत जब्त किए गए हैं। जांच एजेंसी का कहना है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। इस घोटाले ने एक बार फिर BMC की कार्यप्रणाली और ठेकेदारों के साथ सांठगांठ पर सवाल खड़े किए हैं।