उत्तर प्रदेश की सियासत के एक और दिग्गज नाम पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कस दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहक्षेत्र गोरखपुर में सोमवार की सुबह-सुबह ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे और सपा के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के गोरखपुर स्थित प्रसिद्ध आवास “हाता” पर छापेमारी की।
ये छापेमारी यूं ही नहीं हुई—पीछे की कहानी और भी चौंकाने वाली है। मामला है 750 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का, जिसमें ईडी को तिवारी और उनके परिवार की संदिग्ध भूमिका पर लंबे समय से संदेह था।
गोरखपुर की सियासी पहचान ‘हाता’ एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह है ईडी की दस्तक। ईडी ने एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें गोरखपुर के अलावा लखनऊ और अन्य शहर भी शामिल हैं। यह छापा कोई अचानक लिया गया कदम नहीं था। इससे पहले 17 नवंबर 2023 को तिवारी परिवार की 72.08 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की गई थीं और
23 फरवरी 2024 को कई जगहों पर एक साथ कार्रवाई भी हो चुकी थी।
आपको बता दें कि हरिशंकर तिवारी एक जमाने में पूर्वांचल की राजनीति का बड़ा नाम रहे, लेकिन अब उनका परिवार आर्थिक अपराध के गंभीर आरोपों में घिरता नजर आ रहा है। विनय शंकर तिवारी, जो कभी विधायक रह चुके हैं, अब ईडी की पूछताछ और सख्त जांच के घेरे में हैं।