बिहार की सियासत में वोटर अधिकार यात्रा लगातार सुर्खियां बटोर रही है। आठवें दिन यह काफिला अररिया पहुंचा, जहां जीरो माइल से चांदनी चौक होते हुए राहुल गांधी का काफिला सर्किट हाउस पहुंचा। यहां आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के साथ राजद नेता तेजस्वी यादव और भाकपा महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य समेत कई विपक्षी नेता मौजूद रहे। इस दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और चुनाव आयोग दोनों पर कड़ा प्रहार किया। अररिया में दोनों नेता के अलावा महागठबंधन में शामिल सभी नेताओं ने मीडिया को संबोधित कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार और विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। देश की संपत्ति चुनिंदा उद्योगपतियों के हवाले कर दी गई है, जबकि गरीब और मध्यम वर्ग बेरोजगारी तथा महंगाई की मार झेल रहा है। उन्होंने दावा किया कि यह यात्रा केवल राजनीतिक आंदोलन नहीं बल्कि आम जनता के अधिकारों की आवाज है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “बिहार में चुनाव आयोग को खुद आकर देखना चाहिए। जिन लोगों की मौत हो चुकी है, उनके नाम वोटर लिस्ट में बने हुए हैं और जो जीवित हैं, उनके वोट काट दिए गए हैं।” राहुल गांधी ने यहां तक कहा कि अब छोटे-छोटे बच्चे भी इस सच्चाई को समझने लगे हैं। “बच्चे मेरे कान में आकर कहते हैं, वोट चोर गद्दी छोड़।” उन्होंने दावा किया कि यह बदलाव का संकेत है और लोकतंत्र की रक्षा की जिम्मेदारी अब जनता खुद उठा रही है।






















