राज्य में इस साल के अंत में प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Elections 2025) को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज़ हो गई हैं। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है, निर्वाचन आयोग और प्रशासनिक मशीनरी पूरी मुस्तैदी के साथ जुटी हुई है ताकि राज्य में लोकतंत्र का यह महापर्व सुचारु रूप से संपन्न हो सके। इसी क्रम में भारत निर्वाचन आयोग की एक टीम शनिवार को पश्चिम चंपारण पहुंची। टीम का नेतृत्व कर रहे भारत के चुनाव आयुक्त विवेक जोशी ने जिले में चुनाव से जुड़ी व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया।

विवेक जोशी मोतिहारी के वेयरहाउस पहुंचे, जहां उन्होंने ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की स्थिति, भंडारण और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ मोतिहारी के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

चुनाव आयुक्त जोशी ने कहा कि आयोग का प्राथमिक उद्देश्य स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और शांतिपूर्ण चुनाव कराना है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करना चुनाव प्रक्रिया का अहम हिस्सा है। इसके लिए स्वीप (SVEEP) कार्यक्रम के तहत व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि मतदान प्रतिशत में वृद्धि हो।
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मोतिहारी में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि फिलहाल चुनाव में समय है, लेकिन तैयारियों का आकलन करना ज़रूरी है ताकि भविष्य में किसी प्रकार की बाधा न आए। उन्होंने अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं।

इससे पहले शुक्रवार को चुनाव आयुक्त ने पटना में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल, राज्य पुलिस के नोडल पदाधिकारी कुंदन कृष्णन, पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी अवकाश कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
चुनाव आयुक्त के पश्चिमी चंपारण के बेतिया और वाल्मीकि नगर के दौरे का भी कार्यक्रम है। वहां वह एसएसबी अधिकारियों से मिलेंगे और सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करेंगे। उनके इस बिहार दौरे का मुख्य उद्देश्य जमीनी स्तर पर चुनावी तैयारियों का मूल्यांकन करना और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करना है।