जम्मू-कश्मीर: राज्य के उधमपुर जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एक और मुठभेड़ शुरू हो गई। यह मुठभेड़ रामनगर थाना क्षेत्र के जोफर गांव में चल रही है, जहां पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों की मौजूदगी का पता लगने पर मोर्चा संभाल लिया। उधमपुर पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया,
“जोफर गांव में पुलिस और सुरक्षा बलों की कार्रवाई के दौरान तीन आतंकवादियों से मुठभेड़ शुरू हो चुकी है। दोनों ओर से गोलीबारी जारी है।” लगातार नजर रखी जा रही थी उधमपुर-रियासी रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) मोहम्मद रईस भट ने जानकारी दी कि घटनास्थल वही क्षेत्र है जहां 3 अप्रैल को भी आतंकियों की गतिविधि देखी गई थी। “दो से तीन आतंकी हैं और रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। ये वही आतंकी हो सकते हैं, जो 23 मार्च को कठुआ जिले के सनियाल गांव के जंगल में पहली बार देखे गए थे। माना जा रहा है कि वे सीमा पार से घुसपैठ कर आए हैं।”
पिछले 17 दिनों से ऑपरेशन जारी
DIG भट ने बताया कि जब से कठुआ में आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं, तब से मजालता ब्लॉक और खब्बल क्षेत्र में पुलिस पूरी सतर्कता से निगरानी कर रही है। 23 मार्च को कठुआ के जंगलों में ऑपरेशन शुरू हुआ था, जिसके बाद से अब तक तीन मुठभेड़ हो चुकी हैं। सुरक्षाबलों की नजर लगातार उन आतंकियों पर है, जो एक इलाके से दूसरे में भागते फिर रहे हैं। 27 मार्च को जखोले गांव के पास सुफैन जंगल में हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर हुए थे।
3 अप्रैल को दो आतंकी उधमपुर के चोरे पंजवा गांव में एक घर में घुसे, परिवार को बंधक बनाया और रात में खाने और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए। बर्फबारी कम होते ही डोडा और भद्रवाह जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में सेना ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है। अधिकारियों के मुताबिक, यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि चेनाब घाटी में आतंकियों की किसी भी घुसपैठ को समय रहते नाकाम किया जा सके। पिछले एक साल में पाकिस्तान से कठुआ के रास्ते होकर आतंकियों की उधमपुर, डोडा और किश्तवाड़ जैसे जिलों के घने वन क्षेत्रों तक घुसपैठ की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे इन क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।