नाम पंकज त्रिपाठी है। लेकिन कोई उन्हें गैंग्स ऑफ वसेपुर के सुल्तान कुरैशी के रूप में याद करता है। तो किसी को ‘मिर्जापुर’ के अखंडानंद उर्फ कालीन भइया के रूप में याद आ जाते हैं। मिर्जापुर के दो सीजन का बेड़ा पार लगा देने वाले त्रिपाठी जी अब ‘आजमगढ़’ पर भड़क गए हैं। वैसे ये वो आजमगढ़ नहीं है, जहां के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ हैं। बल्कि ये ‘आजमगढ़’ एक फिल्म है। इस फिल्म में पंकज त्रिपाठी ने एक्टिंग तो की है लेकिन अब इस फिल्म के पोस्टर पर अपनी तस्वीर देख पंकज त्रिपाठी आग-बबूला हो रहे हैं।
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फिल्म पोस्टर में तस्वीर पर विवाद
दरअसल, पंकज त्रिपाठी और प्रोड्यूसर कमलेश मिश्रा के बीच में एक विवाद सामने आया है। विवाद में प्रोड्यूसर का कहना है कि 2011 में आजमगढ़ की स्क्रिप्ट सुन कर बिना पैसे के ही पंकज त्रिपाठी शूटिंग के लिए आ गए। कमलेश मिश्रा यह भी कहते हैं कि 2007 में वे मुंबई में ‘परिंदे’ फिल्म कर रहे थे तो उन दिनों स्ट्रगल करने वाले पकंज त्रिपाठी उनके पास काम मांगने आए थे। बाद में आजमगढ़ बनने की शुरुआत हुई तो पंकज त्रिपाठी काम करने को राजी हो गए। 2015 में आजमगढ़ फिल्म की शूटिंग हुई। फिल्म को 2019 में सेंसर बोर्ड ने पास किया। इसके बाद 2023 में मुंबई में फिल्म का होर्डिंग लगा है।
नाम व तस्वीर के गलत इस्तेमाल का आरोप
वहीं, पंकज त्रिपाठी का कहना है कि उन्हें फिल्म के रिलीज के बारे में कुछ पता ही नहीं है। ये एक शॉर्ट फिल्म है और उन्होंने इसके लिए सिर्फ तीन दिन ही शूटिंग की थी। लेकिन फिल्म के निर्माता ने उनके नाम का इस्तेमाल करके ऐसा पोस्टर लगाया है जैसे ये कोई बड़ी फिल्म है और फिल्म वो कोई बड़ा रोल कर रहे हैं। उनकी तस्वीर लगाकर फिल्म को सफल बनाने की कोशिश की जा रही है। यही नहीं पंकज त्रिपाठी ने कमलेश मिश्रा को नोटिस भी भेज दिया है।
वैसे पूरे मामले का रिजल्ट क्या होगा, ये तो बाद में पता चलेगा। लेकिन इतना तो तय है कि पंकज त्रिपाठी और कमलेश मिश्रा की जान-पहचान काफी पुरानी लग रही है। दोनों ही बिहार के गोपालगंज जिले हैं। पंकज का घर बेलसंड है जबकि कमलेश सिंगहा गांव के हैं।