फ्लोर टेस्ट के दौरान जदयू विधायकों के खरीद फरोख्त की बातें सामने आई थी इस मामले में जदयू विधायक सुधांशु शेखर ने कोतवाली थाना में मामला दर्ज कराया था उन्होंने कहा था कि सरकार का विश्वास मत प्राप्त होना था। लेकिन, साजिश के तहत सरकार को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसको अंजाम देने के लिए विधायकों को दस करोड़ का प्रलोभन दिया जा रहा है। इसके बाद पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर आर्थिक अपराध इकाई से जांच कराने का अनुरोध किया था जिसके बाद अब इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई की इंट्री हो गई है, ईओयू ने अब इस केस को अपने जिम्मे ले लिया है।
विपक्षी पर 10-10 करोड़ में विधायकों को खरीदने का है आरोप
जदयू विधायक सुधांशु शेखर का आरोप है कि जदयू के विधायकों को तोड़ने के लिए 10-10 करोड़ रुपये के ऑफर दिए गए थे। विधायकों को 5 करोड़ रुपये पहले और 5 करोड़ रुपये बाद में देने का ऑफर दिया गया था। ये मामला तब सामने आया जब 11 फरवरी को जेडीयू के पांच विधायक विधानमंडल दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे जब विधायकों की खोजबीन शुरु हुई तो यह बात सामने आई कि सभी विधायकों को राजद की तरफ से प्रलोभन दिए गए है। जिसके बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई और अब इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई करेगी।